रांची: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम रांची के बड़गाईं अंचल के दो पूर्व सीओ की जमीन घोटाले में संलिप्तता और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने से जुड़े पहलुओं की जांच में जुटी है. वर्तमान में पूर्व सीओ शैलेश कुमार हजारीबाग के एसडीओ हैं, जबकि मनोज कुमार नोवामुंडी के सीओ हैं. एसीबी की टीम ने दोनों पदाधिकारियों से अलग-अलग पूछताछ की है.
दरअसल, 11 और 12 सितंबर को एसीबी ने दोनों पदाधिकारियों के आवास और दफ्तर समेत अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान एसडीओ शैलेश कुमार के दो ठिकानों से तकरीबन 22 लाख रु के अलावा जमीन के कई दस्तावेज मिले थे. वहीं, सीओ मनोज कुमार के यहां से 1.10 करोड़ रुपये के डुप्लेक्स की खरीद से जुड़े दस्तावेज के अलावा लैंड में निवेश के कागजात मिले थे.
एसीबी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि दोनों पदाधिकारी से सेवाकाल का आय और व्यय, चल-अचल संपत्तियों का पूरा ब्यौरा मांगा गया है. फ्लैट, डुप्लेक्स और जमीन की खरीद के बारे में पूछने पर दोनों पदाधिकारी ने लोन का हवाला दिया है. हजारीबाग के एसडीओ ने कैश के बाबत बताया है कि उन्होंने अलग-अलग लोगों से अपने कुछ जरूरी काम के लिए पैसे लिए थे.
एसीबी ने लिखित में मांगा विवरण
एसीबी की टीम ने दोनों पदाधिकारी की सफाई के बाद हलफनामा के जरिए संपत्ति लोन और आय का विवरण मांगा है. दोनों ने किस स्रोत से ऋण लिया है, इसका भी विवरण मांगा गया है. आपको बता दे कि 1 जून 2023 को रांची के सदर थाने में दर्ज केस को जांच के लिए एसीबी ने टेकओवर किया है. जांच के क्रम में एसीबी की टीम ने 11 और 12 सितंबर को दोनों के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
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