लातेहारः जिले के बालूमाथ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सेरेगड़ा पंचायत के पंचायत सेवक अर्जुन राम को एंटी क्राइम ब्रांच की टीम ने 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पंचायत सेवक एक लाभुक से पीसीसी पथ में भुगतान के एवज में रिश्वत ले रहा था.
दरअसल बालूमाथ प्रखंड अंतर्गत सेरेगड़ा पंचायत के बुकरू गांव में तारकेश्वर यादव के घर से लेकर जितेंद्र यादव के घर तक पीसीसी पथ का निर्माण पंचायत स्तर से किया जा रहा था. काम पूरा होने के बाद लाभुक समिति के द्वारा जब भुगतान की मांग की जाने लगी तो पंचायत सेवक लाभुक समिति से रिश्वत मांगने लगा. लाभुक समिति के अध्यक्ष ने कई बार पंचायत सेवक से गुहार लगाई, परंतु जब पंचायत सेवक बिना रिश्वत लिए काम करने को तैयार नहीं हुआ तो लाभुक ने इसकी शिकायत पलामू निगरानी विभाग से की.
पलामू निगरानी की टीम ने लाभुक समिति के अध्यक्ष की शिकायत के आधार पर पहले मामले की छानबीन की. जब यह बात स्पष्ट हो गई कि पंचायत सेवक के द्वारा पैसे भुगतान के बदले रिश्वत मांगी जा रही है तो एंटी क्राइम ब्रांच की टीम ने लघु तारकेश्वर यादव को 5 हजार रुपए देकर गुरुवार को पंचायत सेवक के पास भेजा. पंचायत सेवक को लाभुक ने जब फोन किया तो पंचायत सेवक ने उसे प्रखंड कार्यालय परिसर में ही बुला लिया. लाभुक से जैसे ही पंचायत सेवक ने पैसे लिए, वैसे ही एंटी क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंची और पंचायत सेवक को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
पहले भी ले चुका था रिश्वत
लाभुक का आरोप है कि पंचायत सेवक के द्वारा पूर्व में भी इस योजना में भुगतान के बदले रिश्वत ली गई थी. इस बार भी योजना के अंतिम भुगतान के बदले में रिश्वत की मांग की जा रही थी. काम पूरा हुए कई दिन गुजर जाने के बाद भी पंचायत सेवक के द्वारा उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा था. अंत में उन्होंने पंचायत सेवक के खिलाफ निगरानी टीम से शिकायत की.
प्रखंडों में भ्रष्टाचार का बोलबाला
लातेहार जिले के विभिन्न प्रखंडों में भ्रष्टाचार का बोलवाला हो गया है. चाहे मामला पीसीसी पथ का हो या फिर नरेगा का या फिर आवास योजना का. सभी योजनाओं में रिश्वत लिए जाने का मामला अक्सर प्रकाश में आते रहता है.
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