नई दिल्ली: दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर वोटिंग आगामी 25 मई को होगी. बीजेपी जहां एक बार फिर से सातों सीटों पर परचम लहराने की पुरजोर कोशिश में जुटी है. वहीं, इस बार उसका खेल खराब करने के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनावी मैदान में उतरी हुई हैं. आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर तो कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. विपक्षी दलों के 'इंडिया गठबंधन' के तहत मिलकर चुनाव लड़ रही आप-कांग्रेस दिल्ली में पूरा दमखम दिखाने में जुटी हैं. लेकिन इस बार चुनावी कैंपेन में AAP के दिग्गजों की कमी बेहद खल रही है.
लोकसभा चुनाव के दौरान AAP के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल 2 अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं. लोकसभा चुनाव की तारीख भले ही नजदीक आती जा रही हो लेकिन कोर्ट से उनको कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 23 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 7 मई तक बढ़ा दी थी. इससे साफ हो गया कि सीएम केजरीवाल फिलहाल जेल में ही रहेंगे.
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अरविंद केजरीवाल के जेल में रहने के चलते आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव को कमजोर नहीं पड़ने देने की भी रणनीति बना रही है. पार्टी की जिम्मेदारी फिलहाल सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल संभाले हुए हैं. जेल जाने के बाद से ही सुनीता केजरीवाल फ्रंटलाइन पर पार्टी का मोर्चा संभाल रही हैं. सुनीता केजरीवाल 'इंडिया गठबंधन' की दो रैलियों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं. ऐसे में अब दिल्ली में लोकसभा प्रत्याशियों के समर्थन में उनकी रैली, जनसभा और रोड शो आयोजन की तैयारी भी की जा रही हैं.
पार्टी सूत्रों की माने तो सुनीता केजरीवाल की शनिवार को ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर रोड शो निकाले जाने की तैयारी की जा रही है. इस सीट से आम आदमी पार्टी ने कोंडली से विधायक कुलदीप कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है. कुलदीप कुमार कोंडली (आरक्षित) विधानसभा सीट से विधायक हैं लेकिन पार्टी ने उनको सामान्य लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर बड़ा दांव भी खेला है. पार्टी सुनीता केजरीवाल का इस सीट पर रोड शो निकालकर उनकी लोकप्रियता को भी भांपने की कोशिश कर रही है.
चुनाव में प्रचार करने की अनुमति मांग चुके मनीष सिसोदिया
चुनावों में स्टार कैंपेनरों की लिस्ट में सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन का नाम आम तौर पर टॉप में रहते आए हैं. लेकिन इस बार इन सभी की गैरमौजूदगी कार्यकर्ताओं में मायूसी बनाकर रखे हुए है. कोर्ट से राहत नहीं मिलने के चलते इन सभी के जेल के भीतर रहने की आशंकाएं प्रबल बनी हुई हैं. पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कोर्ट में गुहार भी लगाई थी कि उनको लोकसभा चुनाव में प्रचार करने की अनुमति देते हुए जमानत दी जाए. कोर्ट के इनकार के बाद मनीष सिसोदिया की तरफ से याचिका वापस लेनी पड़ी.
मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत पर बाहर हैं संजय सिंह
मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार एक अन्य राज्यसभा सांसद संजय सिंह इन दिनों जमानत पर हैं. संजय सिंह के बाहर आने के बाद से पार्टी ने चुनाव प्रचार में कुछ जान फूंकी है. इसके बाद पार्टी दिल्ली में चुनाव प्रचार को तेज कर रही है. संजय सिंह के बाहर आने के बाद पार्टी ने दिल्ली और देश में ‘जेल का जवाब वोट से' दें कैंपेन चलाया है. पार्टी मेट्रो स्टेशनों पर पंफलेट बांटकर भी लोगों से जेल का जवाब वोट से देने की अपील कर रही है.
गोपाल राय के साथ चुनावी मैदान में मोर्चा संभाल रहे ये मंत्री
इसके अलावा दिल्ली सरकार में दूसरे अन्य मंत्रियों में गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत औ इमरान हुसैन भी हैं. गोपाल राय दिल्ली आम आदमी पार्टी के संयोजक भी हैं. वहीं, दिल्ली की अलग-अलग लोकसभा सीटों पर मीटिंग व जनसभाएं कर रहे हैं. गोपाल राय पार्टी के अच्छे और फायर ब्रांड वक्ता के तौर पर भी जाने जाते हैं. लोगों के बीच उनकी अच्छी पकड़ है. वहीं, दूसरे मंत्री भी पार्टी के स्टार कैंपेनर के तौर पर चुनावी मैदान में जनता के बीच पहुंच रहे हैं. लेकिन कार्यकर्ताओं और लोगों में दिग्गज नेताओं की कमी ज्यादा खल रही है. आने वाले कुछ दिनों में पार्टी अपनी चुनावी रणनीति को और धार देने की मुहिम में भी जुटी है.
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