नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गंभीर स्थिति में पहुंच गई है. एयर पॉल्यूशन की वजह से दिल्ली वालों को मौसम में हल्की धुंध नजर आई. कई इलाकों में PWD वाहन पानी का छिड़काव करते दिखे. लेकिन इसी वजह यमुना की दयनीय स्थिति की एक तस्वीर भी सामने आई है. यमुना नदी के पानी पर सफेद झाग तैरते हुए दिख रहे हैं.
यमुना में झाग ही झाग: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति बनी हुई है और इसको लेकर कई कदम उठाए गए हैं. दिल्ली में ग्रैप लागू किया गया है. वहीं इस बीच राजधानी दिल्ली की यमुना की भी स्थिति बदहाल नजर आ रही है. यमुना में झाग ही झाग नजर आ रहा है. बता दें दिल्ली की यमुना में वर्षों से गंदगी का अंबार है, यमुना प्रदूषित है. यमुना को बेहतर और स्वच्छ करने को लेकर कई बार दावे और वादे सरकारों के द्वारा किए गए, लेकिन यमुना की स्थिति जस की तस बनी हुई है. बीते चार-पांच दिनों से लगातार यमुना की स्थिति बदहाल नजर आ रही है.
कालिंदी कुंज घाट पर यमुना में जहां ना के बराबर पानी नजर आ रहा है. वहीं पानी गंदा और बदबूदार है. पानी के ऊपर सफेद रंग का झाग बड़ी मात्रा में नजर आ रहा है. गौरतलब है कि बीते कई वर्षों से यमुना की बदहाली बनी हुई है. जिसको लेकर विपक्षी पार्टियां दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पर खूब हमला बोलते हैं.
छठ पर्व से पहले यमुना की बदहाल स्थिति: छठ पर्व के पहले यमुना की बदहाली नजर आने लगी है. वही इस वर्ष बीते पितृ पक्ष के दौरान भी तस्वीर सामने आई थी कि कालिंदी कुंज यमुना घाट पर पिंड दान करने के लिए लोगों ने झाग भरी यमुना में डुबकी लगाई थी
बता दें राजधानी दिल्ली में यमुना करीब 23, 24 किलोमीटर तक बहती हैं और दिल्ली में यमुना का आखिरी छोर कालिंदी कुंज होता है. इसके करीब 2,3 किलोमीटर के बाद यमुना हरियाणा के तरफ चली जाती है. बता दें छठ पूजा से पहले अक्सर यमुना को लेकर राजधानी दिल्ली में दावे और वादे किए जाते हैं कि अगले साल यमुना को स्वच्छ कर दिया जाएगा लेकिन स्थिति जस की तस रहती है. हालांकि छठ पर्व में अभी 15 दिन से अधिक का समय बचा हुआ है आगामी 7 नवंबर को छठ महापर्व होना है.
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