ETV Bharat / state

रिज एरिया में 1100 पेड़ काटने के मामले में AAP ने बीजेपी को घेरा, LG पर लगाए गंभीर, चार सवालों का मांगा जवाब - Delhi Tree Cutting Case

author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 4, 2024, 1:35 PM IST

Updated : Jul 4, 2024, 1:41 PM IST

Delhi Tree Cutting Case: दिल्ली के रिज एरिया में 1100 पेड़ काटने के मामले में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर जोरदार निशाना साधा और आरोप लगाया कि LG के आदेश पर पेड़ काटे गए हैं. उन्होंने बीजेपी से पूछा है कि क्यों इस मामले में कोई भी जवाब नहीं दिया जा रहा.

रिज एरिया में 1100 पेड़ काटने के मामले में AAP ने बीजेपी को घेरा
रिज एरिया में 1100 पेड़ काटने के मामले में AAP ने बीजेपी को घेरा (SOURCE: ETV BHARAT)

नई दिल्लीः दिल्ली के छतरपुर वन क्षेत्र में 1100 पेड़ काटने के मामले में आम आदमी पार्टी ने BJP से चार सवाल पूछे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मिन शाह ने कहा दिल्ली के रिज एरिया में 1100 पेड़ अवैध तरीके से काटे गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि दिल्ली में बिना सरकार की अनुमति के 1100 पेड़ बेरहमी से काट दिए गए.

उन्होंने X हैंडल पर लिखा ' दिल्ली में पिछले दिनों एक बेहद ही दुखद घटना हुई है। दिल्ली के रिज क्षेत्र में 1100 पेड़ अवैध तरीके से काटे गए हैं। इस रिज क्षेत्र को दिल्ली के फेफड़े कहा जाता है, लेकिन फरवरी 2024 में केंद्र सरकार की एजेंसी और BJP के LG के अंतर्गत आने वाले DDA ने छत्तरपुर के रिज क्षेत्र में 1100 पेड़ चोरी-छिपे काट दिए'.

AAP नेता ने आरोप लगाया कि 'जब DDA से सवाल पूछे जाते है तब मालूम चलता है कि LG के आदेश पर सारे पेड़ काटे गए. इन पेड़ों के काटे जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में मामला जाता है और जब DDA से सवाल किया जाता है कि इस रिज क्षेत्र में किसके आदेश पर पेड़ों की कटाई की गई तब सामने आता है कि यहां LG साहब गए थे और उनके मौखिक आदेश पर 1100 पेड़ काटे गए'.

उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि इन पेड़ों की अवैध कटाई पर जब सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और दिल्ली के लोग सवाल पूछ रहे हैं तो LG साहब और BJP चुप्पी साधे बैठी है। आज दिल्ली के लोग पूछना चाहते हैं कि BJP को दिल्लीवालों की जान की चिंता क्यों नहीं है, वह इन 1100 पेड़ों की अवैध कटाई पर क्यों चुप है?

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मिन शाह ने कहा कि प्रदूषण दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत की बड़ी समस्या है. पिछले 9 साल में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की रोकथाम को लेकर काम किया, दिल्ली में कोयले से चलने वाली सभी थर्मल पावर प्लांट बंद कर दिए. 24 घंटे बिजली दे रहे हैं. डीजी नहीं चलाने पड़ते. औद्योगिक क्षेत्र में इकाइयां ग्रीन फ्यूल पर चल रही हैं. सबसे बेहतरीन ईवी पॉलिसी लाने का काम किया गया. 1650 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं. जो देश में सबसे ज्यादा हैं. इन सब प्रयासों के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली में ग्रीन कवर को बढ़ाने का काम किया है. बीते पांच साल में दो करोड़ से अधिक पेड़ लगाए गए हैं. दिल्ली में ग्रीन कवर 2013 में 20 प्रतिशत था. जो 2021 में फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़े के अनुसार दिल्ली का ग्रीन कवर 23 प्रतिशत हो गया. देश में विकास के नाम पर पेड़ काटे जा रहे हैं. दिल्ली सरकार ने इतना काम किया कि ग्रीन कवर बढ़ा है. उन्होंने बीजेपी से 4 सवाल किए.

  1. 1. प्रदूषण के मुद्दे पर भाजपा राजनीति करती है. 1100 पेड़ डीडीए काटती है तो भाजपा क्यों चुप है.
  2. साफ हो गया है कि एलजी वहां पर गए और उन्होंने पेड़ काटने का मौखिक आदेश दिया था. एलजी ने किसके दबाव में पेड़ कटवाया.
  3. सुप्रीम कोर्ट पूछ रहा है कि किसने आर्डर दिए पेड़ काटने के लेकिन डीडीए जवाब देने से बच रहा है. क्या भाजपा के दबाव में केस को रफा दफा करने में डीडीए के अफसर लगे हैं.
  4. पेड़ डीडीए ने काटे लेकिन वन विभाग ने क्यो एक्शन नहीं लिया. मंत्री गोपाल राय ने जांच कमेटी बनाई है और रिपोर्ट देने को कहा, लेकिन वन विभाग के अधिकारी भी चुप हो गए हैं. सारी फाइलें व सारे सच दबाने का प्रयास किया जा रहा है. वन विभाग के अधिकारियों की कमान एलजी के हाथ में है. भाजपा ये बताए की क्या वन विभाग के अधिकारियों पर दबाव भाजपा है. क्या भाजपा के कहने पर विभाग के मंत्री को जवाब नहीं दे रहे हैं.

उन्होंने ये भी कहा कि बिना सुप्रीम कोर्ट के अनुमति के पेड़ नहीं काटे जाते हैं तो कैसे DDA ने पेड़ काटने के काम को अंजाम दिया.

ये भी पढ़ें- दिल्ली: मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर लगाए 1100 पेड़ कटवाने के आरोप, मांगा इस्तीफा

ये भी पढ़ें- भाजपा LG के साथ मिलकर दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को तोड़ने का कर रही प्रयास

नई दिल्लीः दिल्ली के छतरपुर वन क्षेत्र में 1100 पेड़ काटने के मामले में आम आदमी पार्टी ने BJP से चार सवाल पूछे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मिन शाह ने कहा दिल्ली के रिज एरिया में 1100 पेड़ अवैध तरीके से काटे गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि दिल्ली में बिना सरकार की अनुमति के 1100 पेड़ बेरहमी से काट दिए गए.

उन्होंने X हैंडल पर लिखा ' दिल्ली में पिछले दिनों एक बेहद ही दुखद घटना हुई है। दिल्ली के रिज क्षेत्र में 1100 पेड़ अवैध तरीके से काटे गए हैं। इस रिज क्षेत्र को दिल्ली के फेफड़े कहा जाता है, लेकिन फरवरी 2024 में केंद्र सरकार की एजेंसी और BJP के LG के अंतर्गत आने वाले DDA ने छत्तरपुर के रिज क्षेत्र में 1100 पेड़ चोरी-छिपे काट दिए'.

AAP नेता ने आरोप लगाया कि 'जब DDA से सवाल पूछे जाते है तब मालूम चलता है कि LG के आदेश पर सारे पेड़ काटे गए. इन पेड़ों के काटे जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में मामला जाता है और जब DDA से सवाल किया जाता है कि इस रिज क्षेत्र में किसके आदेश पर पेड़ों की कटाई की गई तब सामने आता है कि यहां LG साहब गए थे और उनके मौखिक आदेश पर 1100 पेड़ काटे गए'.

उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि इन पेड़ों की अवैध कटाई पर जब सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और दिल्ली के लोग सवाल पूछ रहे हैं तो LG साहब और BJP चुप्पी साधे बैठी है। आज दिल्ली के लोग पूछना चाहते हैं कि BJP को दिल्लीवालों की जान की चिंता क्यों नहीं है, वह इन 1100 पेड़ों की अवैध कटाई पर क्यों चुप है?

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मिन शाह ने कहा कि प्रदूषण दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत की बड़ी समस्या है. पिछले 9 साल में दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की रोकथाम को लेकर काम किया, दिल्ली में कोयले से चलने वाली सभी थर्मल पावर प्लांट बंद कर दिए. 24 घंटे बिजली दे रहे हैं. डीजी नहीं चलाने पड़ते. औद्योगिक क्षेत्र में इकाइयां ग्रीन फ्यूल पर चल रही हैं. सबसे बेहतरीन ईवी पॉलिसी लाने का काम किया गया. 1650 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं. जो देश में सबसे ज्यादा हैं. इन सब प्रयासों के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली में ग्रीन कवर को बढ़ाने का काम किया है. बीते पांच साल में दो करोड़ से अधिक पेड़ लगाए गए हैं. दिल्ली में ग्रीन कवर 2013 में 20 प्रतिशत था. जो 2021 में फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़े के अनुसार दिल्ली का ग्रीन कवर 23 प्रतिशत हो गया. देश में विकास के नाम पर पेड़ काटे जा रहे हैं. दिल्ली सरकार ने इतना काम किया कि ग्रीन कवर बढ़ा है. उन्होंने बीजेपी से 4 सवाल किए.

  1. 1. प्रदूषण के मुद्दे पर भाजपा राजनीति करती है. 1100 पेड़ डीडीए काटती है तो भाजपा क्यों चुप है.
  2. साफ हो गया है कि एलजी वहां पर गए और उन्होंने पेड़ काटने का मौखिक आदेश दिया था. एलजी ने किसके दबाव में पेड़ कटवाया.
  3. सुप्रीम कोर्ट पूछ रहा है कि किसने आर्डर दिए पेड़ काटने के लेकिन डीडीए जवाब देने से बच रहा है. क्या भाजपा के दबाव में केस को रफा दफा करने में डीडीए के अफसर लगे हैं.
  4. पेड़ डीडीए ने काटे लेकिन वन विभाग ने क्यो एक्शन नहीं लिया. मंत्री गोपाल राय ने जांच कमेटी बनाई है और रिपोर्ट देने को कहा, लेकिन वन विभाग के अधिकारी भी चुप हो गए हैं. सारी फाइलें व सारे सच दबाने का प्रयास किया जा रहा है. वन विभाग के अधिकारियों की कमान एलजी के हाथ में है. भाजपा ये बताए की क्या वन विभाग के अधिकारियों पर दबाव भाजपा है. क्या भाजपा के कहने पर विभाग के मंत्री को जवाब नहीं दे रहे हैं.

उन्होंने ये भी कहा कि बिना सुप्रीम कोर्ट के अनुमति के पेड़ नहीं काटे जाते हैं तो कैसे DDA ने पेड़ काटने के काम को अंजाम दिया.

ये भी पढ़ें- दिल्ली: मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर लगाए 1100 पेड़ कटवाने के आरोप, मांगा इस्तीफा

ये भी पढ़ें- भाजपा LG के साथ मिलकर दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को तोड़ने का कर रही प्रयास

Last Updated : Jul 4, 2024, 1:41 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.