नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अंबेडकर विधानसभा क्षेत्र के दक्षिणपुरी में स्थित डॉ अंबेडकर आदर्श विद्यालय को डी-सील करने का आदेश दिया है. इस स्कूल को बीते जुलाई में दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड दिल्ली (डूसिब) ने सील कर दिया था. इसके बाद उसमें पढ़ने वाले 650 छात्र घर बैठने को मजबूर हो गए.
स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि डूसिब द्वारा स्कूल को सील करने से बच्चे परेशान हैं. उनकी शिक्षा बाधित हो रही है. लेकिन LG के डीसील किए जाने के बाद उनमें खुशी दिख रही है. उनका कहना है कि स्कूल के डीसील करने के बाद स्कूल फिर से खुलेगा और जो बच्चे घर पर बैठे हैं उनको स्कूल आने का मौका मिलेगा.
बता दें, डूसिब ने 22 जुलाई को स्कूल सील किया था. लोगों ने बताया कि अंबेडकर नगर का यह स्कूल 1994 से चल रहा है. जो डूसिब के जमीन पर बना है. इस स्कूल को गांधी हरिजन सेवक समाज पिछले 30 सालों से चला रहा है. इसमें नर्सरी से लेकर आठवीं तक की पढ़ाई होती है. इस स्कूल को चलाने के लिए 27 कर्मचारी हैं. बच्चों के एग्जाम होने हैं. ऐसे में स्कूल बंद होने पर बच्चों की मानसिकता पर क्या इसका असर पड़ रहा है यह सब समझ सकते हैं.
वहीं, स्थानीय AAP विधायक अजय दत्त ने कहा कि दिल्ली में जमीनों के मालिक उपराज्यपाल हैं. किस जमीन को सील करना है और किसे डी-सील करना है वह सब उनके हाथ में हैं. बीआर अंबेडकर आदर्श विद्यालय प्राइवेट संस्था चला रही थी, जो डूसीब की जमीन है. स्कूल चला रहे संस्था को तकरीबन लाखों में डूसिब को रेंट देना था, लेकिन वो दे नहीं पा रही थी. इसके बाद डूसिब ने स्कूल को नोटिस भी दिया था, आखिरकार डूसिब के अधिकारियों ने स्कूल को सील कर दिया था. अब पता चला है कि दिल्ली के एलजी ने स्कूल को डी सील करने का आदेश दिया है."
बता दें, इस विद्यालय को सील करने का पूरा मामला LG तक पहुंचा था, जिसके बाद इस विद्यालय को डीसील करने का आदेश दिया गया. सीलिंग की कार्रवाई को खारिज कर दिया गया है. एलजी ऑफिस ने बताया था कि स्थानीय आम आदमी पार्टी के विधायक के दबाव में यह कार्रवाई की गई थी.
ये भी पढ़ें: