नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में धारा 163 लागू कर कर्फ्यू जैसे हालात पैदा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एलजी विनय कुमार सक्सेना के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस ने तुगलकी फरमान जारी कर आने वाले त्योहारों को मनाने से लोगों को रोकना चाहती है. ऐसे एलजी की दिल्ली के लोगों को कोई जरूरत नहीं है. उन्हें इस्तीफा देकर वापस गुजरात जाना चाहिए.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में कर्फ्यू जैसे हालात बना दिए हैं. जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात है. पांच से ज्यादा लोग इकट्ठा होंगे तो उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि एलजी को लगता है कि रामलीला, जागरण, माता की चौकी रुक जाएगी, लेकिन ऐसे नहीं होगा. एलजी को यह फरमान वापस लेना चाहिए. एलजी यहां पर्यटक की तरह हैं, वोट एलजी ने गुजरात में डाली थी. दिल्ली कभी ऐसी नहीं थी. एलजी से दिल्ली नहीं संभल रही है. एलजी की जरूरत दिल्ली वालों को नहीं है. एलजी तुरंत इस्तीफा दें. गुजरात जाए, जहां उनका का वोट है.
दिल्ली के लोगों को त्यौहार मनाने से रोकने के लिए LG ने दिया तुगलकी आदेश‼️
— AAP (@AamAadmiParty) October 1, 2024
पूरी दिल्ली में एक Message तेज़ी से फैल रहा है कि LG की दिल्ली पुलिस ने 5 लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है।
पूरी दिल्ली में दुर्गा पूजा की जाती है, राम लीला होती है, भंडारे लगाये जाते हैं। क्या LG… pic.twitter.com/n6e5QQRtUy
एलजी नहीं दे रहे मिलने का समय: AAP विधायकों के कानून व्यवस्था पर एलजी से मुलाकात का समय मांगा था. इस पर भारद्वाज ने कहा कि एलजी छुप छुपकर कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव से मिलते हैं, बीजेपी के अध्यक्ष मिलते हैं. क्यों मिलते हैं, क्या बात करते हैं, किसी को नहीं मालूम. दिल्ली के चुने हुए विधायक उनसे समय मांग रहे हैं. एलजी एक हफ्ता विदेश में थे. दिल्ली के अंदर गैंगस्टर का आतंक इतना बढ़ गया कि वह कंट्रोल में नहीं आ रहे हैं. घर में, शोरूम में गोलियां चल रही है. आज बीजेपी के नेता के ऊपर गोली चल गई. एलजी साहब ने मिलने का कोई समय नहीं दिया है. मुझे नहीं लगता कि वह मिलने का समय देंगे. क्योंकि उनके पास जवाब नहीं हैं. दिल्ली की कानून व्यवस्था को जिस तरह से उन्होंने ठप किया है.
सोनम वांगचुक को हिरासत में लेने का मामला: लद्दाख से अपने साथियों के साथ दिल्ली आ रहे सोनम वांगचुक को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इस पर भारद्वाज ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है. दिल्ली किसी की बपौती नहीं है. गुजरात से आए विनय सक्सेना यहां एलजी बनकर बैठ गए. इसका मतलब ये नहीं कि दिल्ली उनकी जागीर हो गई है. दिल्ली में किसान आएं तो रोक दो, फौजी आएं तो रोक दो, लद्दाख से आए सोनम वांगचुक को रोककर हिरासत में ले लिया. 2 अक्टूबर को गांधी जी के जन्मदिन पर अहिंसावादी आंदोलनकारी आ रहे थे. पूरी दिल्ली को छावनी बना दिया, उनको हिरासत में ले लिया. ऐसे आदमी की दिल्ली को जरूरत नहीं है. एलजी को वापस गुजरात जाना चाहिए.
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