नई दिल्ली: दिल्ली में आपराधिक घटनाओं को लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा की केंद्र सरकार और एलजी विनय कुमार सक्सेना पर तीखा हमला बोला है. AAP के वरिष्ठ नेता व मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था लगातार चरमराती जा रही है. अपराधियों में दिल्ली पुलिस का बिल्कुल भी खौफ नहीं है और वो खुलेआम सीसीटीवी कैमरे के सामने संगीन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं.
पूरी दिल्ली में CCTV लगे होने के बाद भी अपराधियों में पुलिस का भय नहीं है। क्योंकि उन्हें पता है कि CCTV में चेहरा पहचाने जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस उनका कुछ नहीं करेगी।
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) July 25, 2024
LG साहब हर हफ़्ते दिल्ली सरकार के काम पर लंबा संबोधन देते हैं लेकिन अपराध रोकने में नाकामयाब रहते हैं।
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सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, "पिछले कई महीनों से दिल्ली के क्राइम वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें अपराधी इतने निरंकुश और बेखौफ दिख रहे हैं कि वो खुल्लम-खुल्ला सीसीटीवी कैमरे के सामने मर्डर जैसी वारदात करने में भी नहीं हिचकिचा रहे हैं. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में जगह-जगह सीसीटीवा कैमरे लगाए हैं. लेकिन, कैमरे में इन अपराधियों की पहचान होने के बावजूद उनके अंदर से कानून व्यवस्था का डर खत्म होता जा रहा है. इसका बड़ा कारण है कि अपराधियों को ये विश्वास है कि वो किसी न किसी तरह दिल्ली पुलिस से बचकर निकल जाएंगे. दिल्ली के पुलिस थानों में आज पुलिस वालों की भारी कमी है. क्योंकि ज्यादातर पुलिसवाले वीआईपी सिक्योरिटी में व्यस्त हैं."
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सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, "एसएचओ कहते हैं कि उनके पास कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल नहीं है, ऐसे में वो बीट के लिए किसको लगाएं? एक समय था, जब दिल्ली के हर मोहल्ले में बीट कॉन्स्टेबल तैनात हुआ करता था। रात को उस बीट कॉन्स्टेबल के गश्त की आवाज सुनाई देती थी, लेकिन आज यह पूरी तरह खत्म हो चुकी है. आरडबल्यूए भी अपनी निजी सिक्योरिटी और कॉलोनी के चारों तरफ गेट लगाकर अपनी सुरक्षा कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस और दिल्ली की कानून व्यवस्था सीधे तौर पर एलजी वीके सक्सेना और केंद्र सरकार के तहत आती है. लेकिन इस पर कोई काम नहीं हो रहा है. भर्ती करने की कोशिश तो दूर केंद्र सरकार ने इस साल दिल्ली पुलिस के बजट में कटौती कर दी है. यानि केंद्र की भाजपा सरकार के पास दिल्ली के लिए न अब पैसा है और न ही मंशा है."