नई दिल्ली: अपनी लंबित मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आने वाले किसानों को रोकने के लिए राजधानी में जगह-जगह जिस तरह इंतजाम किए गए हैं, उस पर आम आदमी पार्टी ने कड़ा ऐतराज जताया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पंजाब, हरियाणा में जगह-जगह सड़कों पर जिस तरह कंक्रीट की दीवारें बनाई गई हैं और सड़कों पर कील ठोंकी गई हैं, ऐसी दीवारें तो भारत-पाकिस्तान की सीमा पर भी नहीं है.
उन्होंने कहा कि क्या दिल्ली, पंजाब, हरियाणा के किसानों की राजधानी नहीं है. उन्हें दिल्ली आने से रोकने के लिए भाजपा शासित केंद्र सरकार क्यों इस हद तक जा रही है. ऐसे जबरदस्ती डराने धमकाने का काम तो अंग्रेजों के शासनकाल में भी नहीं था. यह वही देश है, जिसे अंग्रेजों की गुलामी से भी देश की जनता ने मुक्त कराया था. ऐसी स्थिति तो आपातकाल के दौरान भी नहीं हुई. किसानों द्वारा कृषि कानूनों के विरोध के दौरान किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों का विरोध किया था और सालभर से अधिक समय तक दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहे थे. इसके बाद जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कही थी. लेकिन किसानों की मांगें आज भी पूरी नहीं हुईं.
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पर्यावरण मंत्री ने कहा कि भाजपा ने वादा खिलाफी की है, इसलिए किसान अपनी आवाज पहुंचाने के लिए दिल्ली आना चाहते हैं. आखिर केंद्र सरकार को इससे डर क्यों लग रहा है. किसान शांतिपूर्वक तरीके से दिल्ली आना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने से रोका क्यों जा रहा है. उन्होंने सड़कों को बंद करने से संबंधित वीडियो एवं तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि हरियाणा, पंजाब में जगह-जगह पुलिस कह रही है कि अगर कोई भी घर से बाहर निकला और आंदोलन में हिस्सा लिया, तो उसके पासपोर्ट जब्त कर लिए जाएंगे. गौरतलब है कि किसान संगठनों के 'दिल्ली कूच' का आह्वान के मद्देनजर राजधानी में दारा 144 लगा दी गई है. वहीं दिल्ली के सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी है और वहां से गुजरने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है.
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