नई दिल्ली: दिल्ली और पंजाब मॉडल की तर्ज पर हरियाणा में भी सरकार चलाने का आम आदमी पार्टी वादा कर रही है. AAP नेता गत कुछ महीनों से राज्य के चुनावी दौरे पर हैं, बिजली-पानी फ्री, महिलाओं को प्रतिमाह सम्मान राशि आदि देने का वादा कर उनसे वोट मांग रहे हैं. लेकिन विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पर्चा दाखिल करने में जब सिर्फ दो दिन बचे हैं, पार्टी को योग्य प्रत्याशी की भी तलाश जारी है.
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को भी तैयार थी. दोनों पार्टी नेताओं की इस मुद्दे पर कई बैठकें भी हुई, लेकिन सोमवार शाम तक सीटों की संख्या पर सहमति नहीं बनी तब आम आदमी पार्टी ने 20 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी. मंगलवार को पार्टी ने दूसरी सूची में 9 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है. खास बात है कि दूसरी सूची में तीन सीटों के लिए आम आदमी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है, जो बीजेपी और कांग्रेस से नाराज होकर AAP में चंद रोज पहले आए थे.
मंगलवार को आम आदमी पार्टी द्वारा जारी 9 प्रत्याशियों की सूची में बीजेपी छोड़कर आए प्रो छत्रपाल सिंह को बरवाला से, कृष्ण बजाज को थानेसर से तो कांग्रेस के बागी जवाहर लाल को बावल विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने टिकट दिया है. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का कहना है कि दूसरी पार्टी से जो नेता आप में आ रहे हैं वह अरविंद केजरीवाल की काम की राजनीति से प्रभावित होकर आ रहे हैं. केजरीवाल की राजनीति से जो भी प्रभावित हैं, चाहे वह बीजेपी से हों या किसी अन्य राजनीतिक दल से, वे आप से जुड़ सकते हैं.
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वहीं, आम आदमी पार्टी के हरियाणा के अध्यक्ष सुशील गुप्ता भी कहते हैं कि पार्टी ने अभी तक जो सूची जारी की है, उसमें अपने मूल कार्यकर्ताओं के नाम को प्राथमिकता दी है. लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर दूसरी पार्टियों से अच्छे लोग आते हैं और हमारे पास जगह है, तो हम उन्हें जगह देंगे. आम आदमी पार्टी चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम का ऐलान सबसे पहले करती आई है. लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस से गठबंधन को लेकर आस लगाई थी.
पार्टी सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी 10 सीटों अपने लिए चाहती थी. लेकिन कांग्रेस की तरफ से चार से पांच सीटें ही देने का प्रस्ताव आया. जिस पर सोमवार को सहमति नहीं बन पाई और आम आदमी पार्टी ने फिर प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की. नामांकन के लिए सिर्फ दो दिन शेष है तब ऐसे में आम आदमी पार्टी अन्य सीटों के लिए खुलकर अन्य राजनीतिक दलों के भी नेताओं को ऑफर दे रही है कि अगर वह केजरीवाल की राजनीति से प्रेरित हैं तो वह शामिल हो सकते हैं. बता दें कि वर्ष 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 46 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे. हालांकि पार्टी का खाता नहीं खुला था. चुनाव में पड़े कुल वोट में से 0.48 फीसद वोट आम आदमी पार्टी को मिला था.
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