नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी ने अपने प्रदर्शन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. आम आदमी पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पार्टी के महासचिव संदीप पाठक ने कहा कि हमने विपरीत परिस्थितियों में चुनाव लड़ा है. हमारे सभी बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया गया, हमारे अन्य नेताओं को धमकाया गया. लेकिन उसके बाद भी इस चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा है.संदीप पाठक ने कहा
''मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ आम आदमी पार्टी के लिए नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के लिए भी जमकर प्रचार किया था. दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र कई जगह केजरीवाल गए हैं. दिल्ली का जो नतीजा है दिल्ली का सेट पैटर्न है, लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को वोट करती है और विधानसभा के चुनाव में अरविंद केजरीवाल को और बाकी दल को वोट करती है. वो अपने पैटर्न पर इस बार भी टिके रहे. लेकिन जीत का जो मार्जिन पहले लाखों में होता थी इस बार बहुत कम रह गया. इससे स्पष्ट है कि जनता पूरी तरह कैसे इनको बदलने के लिए तैयार है. दिल्ली के बाद अगर पंजाब के साल 2019 के चुनाव नतीजे देखेंगे तो हमें 7 फीसद वोट मिला था और एक सीट पर हमारी जीत हुई थी. बाकी की सारी सीटों पर AAP चौथे पायदान पर थी. अभी के नतीजे पर हम तीन सीटों पर जीत कर आए हैं दो सीट पर काफी क्लोज रह गया, अब आगे की सीटों पर हमने बेहतर परफॉर्मेंस किया है. इस बार हमारा वोट पर्सेंट 26 फीसद है''
संदीप पाठक बोले इस बार हमें उम्मीद ज्यादा थी और ज्यादा रखना भी चाहिए, लोकसभा का चुनाव था और इस चुनाव ने साबित कर दिया कि आम आदमी पार्टी पंजाब में भी एक इस्टैबलिश्ड पार्टी है. विधानसभा में भी नगर निगम में भी और लोकसभा में भी जीत कर आए हैं.
हरियाणा के कुरुक्षेत्र सीट के बारे में संदीप पाठक ने कहा कि वहां पर भी कम मार्जिन से हमारे प्रत्याशी सुशील गुप्ता रह गए और गुजरात के भरूच में भी बहुत कम वोटों से हमारे प्रत्याशी हारे हैं. आम आदमी पार्टी ने देश के लिए चुनाव था, इंडिया गठबंधन के साथ हम गए. इंडिया गठबंधन के सारे धर्म का हमने सम्मान किया, पूरी ईमानदारी और जनता का भी धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने जितने भी आशीर्वाद दिया उसका हम बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं. हमारी पार्टी को जिस अनुपात में वोट पड़े हैं इसको अगर विधानसभा चुनाव से तुलना की जाए तो यह कम है. यह बात आम आदमी पार्टी के नेता ने भी स्वीकार की है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी कुल 22 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिनमें से सिर्फ तीन सीटों पर पंजाब में जीत हासिल हुई है इसके अलावा सभी जगह आम आदमी पार्टी की हार हुई है.