अलवर. आपने आस्था में कई भक्तों को उम्र व सेहत भूलकर सेवा भाव में समर्पित देखा होगा. अलवर शहर में ही ऐसा ही एक उदाहरण सामने आया है. भक्त हुकुम चंद सैनी भगवान जगन्नाथ के बड़े भक्त हैं. वो 63 साल की उम्र में भी मंदिर परिसर से मेला स्थल तक दंडोत लगा रहे हैं. इस उम्र में दंडोत लगाते देख हर कोई हैरान है.
अलवर शहर के महताब सिंह का नोहरा निवासी हुकुम चंद सैनी ने बताया कि वे बचपन से ही जगन्नाथ भगवान की रथ यात्रा में शामिल होते आए हैं, लेकिन इस बार भगवान जगन्नाथ ने उनके मन में इच्छा जगाई कि उनके भक्त पुराना कटला सुभाष चौक स्थित जगन्नाथ मंदिर से मेला स्थल तक दंडवत परिक्रमा दे. इसी के चलते हुकुमचंद सैनी ने अपनी दंडवत यात्रा रथ यात्रा से एक दिन पहले मंदिर परिसर से शुरू की. हुकुम चंद ने रात्रि 10 बजे तक दंडवत परिक्रमा लगाई. इसके बाद सुबह 8 बजे से दंडवत परिक्रमा फिर शुरू की.
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सैनी ने बताया कि प्रभु की इच्छा के ऊपर है कि कब यह दंडवत परिक्रमा पूरी होती है. वह अपना घर चलाने के लिए फास्ट फूड व गन्ने के जूस की दुकान लगाते हैं. आते-जाते लोग उनके इस जज्बे की तारीफ कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रभु की इच्छा के अनुरूप ही भक्त चलता है. हुकुमचंद सैनी का कहना है कि उम्र कभी भक्ति में आड़े नहीं आती. यदि व्यक्ति एक बार ठान लें और धैर्य बनाकर आगे बढ़े तो कार्य जरूर पूरा होता है. भगवान से जुड़ने का हर व्यक्ति का कोई ना कोई कारण होता है. मैं भगवान जगन्नाथ के चरणों में अपनी अर्जी लगाता हूं. यदि प्रभु मेरी अर्जी स्वीकार कर लें तो मैं उनका आभारी रहूंगा.
8 किलोमीटर की तय करेंगे दूरी : हुकुम चंद ने बताया कि भगवान जगन्नाथ मंदिर से रूपवास स्थित रूप हरि मंदिर की दूरी करीब 8 किलोमीटर की है. यह दूरी कितने समय में पूर्ण होगी, यह सब भगवान जगन्नाथ पर है.