आगरा : ताजनगरी में बड़ी बहन ने पढ़ाई नहीं करने पर चौथी कक्षा में पढ़ने वाले इकलौते छोटे भाई को डांट दिया. इससे भाई और बहन में झगड़ा हो गया. गुस्साए 12 साल के बच्चे ने खुद को कमरे में बंद कर लिया. इसके बाद एक घंटे तक बाहर नहीं निकला. बहन से खिड़की से झांककर देखा तो उसकी चीख निकल गई. छात्र ने कमरे में आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
मामला ताजगंज थाना क्षेत्र के आनंदी विहार का है. मूल रूप से जलेसर के गांव पांडा निवासी संजय कुशवाह नर्सरी में काम करते हैं. संजय कुशवाह के परिवार में दो बेटी पायल (17), मन्नत (14) के अलावा एक बेटा विष्णु (12) था. विष्णु चौथी कक्षा का छात्र था. तीन साल पहले संजय की पत्नी सीता देवी ससुरल में विवाद के बाद बच्चों को लेकर आनंदी विहार में किराए के मकान में रह रहीं थीं.
शनिवार सुबह करीब 8 बजे पढ़ाई नहीं करने पर बड़ी बहन पायल ने छोटे भाई विष्णु को डांट दिया. विष्णु खेल रहा था. इसे लेकर पायल और विष्णु में झगड़ा भी हो गया. नाराज विष्णु ने खुद को कमरे में बंद लिया. उस दौरान सीता देवी घर पर नहीं थीं. जब एक घंटे तक विष्णु कमरे से बाहर नहीं आया तो पायल ने कमरे का दरवाजा खटखटाया. मगर, अंदर से कोई आवाज नहीं आई.
इसके बाद पायल ने खिड़की से झांककर देखा तो विष्णु ने आत्महत्या कर ली थी. दोनों बहनें पायल और मन्नत की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी जमा हो गए. दरवाजा तोड़कर कमरे में पहुंचे. इसके बाद विष्णु इलाज के लिए निजी अस्पताल लेकर गए. वहां चिकित्सकों ने विष्णु को मृत घोषित कर दिया. सीता देवी भी घर पहुंची तो वह बेटे का शव देख दहाड़े मारकर रोने लगी.
इकलौते बेटे विष्णु की मौत की खबर मिलते ही पिता संजय कुशवाह भी मौके पर पहुंच गए. संजय कुशवाह का कहना है कि, बेटे की मौत का जिम्मेदर पत्नी सीता देवी है. अगर बेटा उनके पास होता तो वह जिंदा होता. ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने बताया कि सूचना पर पुलिस पहुंची और बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया. परिजनोें ने बच्चे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है.
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