डीग : राजस्थान में डिग जिले के अलग-अलग इलाकों में डिप्थीरिया से 7 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. डिप्थीरिया के मामलों की बढ़ती संख्या को देखकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और जयपुर चिकित्सा विभाग की टीमें भी डीग जिले में पहुंची और गांव-गांव जाकर बच्चों का टीकाकरण किया. संदिग्ध बच्चों का सैंपल भी लिए जा रहे हैं. अभी तक 24 बच्चे पॉजिटिव पाए गए, जिनमें से कुछ बच्चे अब ठीक हो चुके हैं.
डीग CMHO विजय सिंघल ने बताया कि 14 सितंबर को सबसे पहले कामां इलाके में डिप्थीरिया से एक बच्चे की मौत की सूचना मिली थी. इसके बाद चिकित्सा विभाग ने कामां और आसपास के इलाके में बच्चों की जांच करना शुरू किया. उसके बाद पहाड़ी इलाके से 1 बच्चे की मौत की सूचना आई. उन्होंने बताया कि डिप्थीरिया के फैलने की सूचना के बाद सर्वे को तेज किया गया. इसके बाद डिप्थीरिया की रफ्तार में गिरावट आई, लेकिन अचानक से फिर डिप्थीरिया फैलने लगा, जिससे कामां में फिर से 1 बच्चे की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि नगर में 4 बच्चों की मौत डिप्थीरिया से हुई है.
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CMHO ने बताया कि नवजात बच्चों से लेकर 16 साल के उम्र तक के बच्चों को डिप्थीरिया बीमारी होती है. इसमें बच्चों के गले में सूजन, खांसी, बुखार आ जाता है. उसके बाद यह बीमारी विकराल रूप धारण कर लेती है. इस बीमारी को रोकने के लिए टीकाकरण करवाना जरूरी है. बता दें कि डिप्थीरिया एक संक्रामक बीमारी है, जिससे श्वसन तंत्र प्रभावित होता है. इसके संक्रमण के चलते हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है.
कैसे फैलता है डिप्थीरिया ? : यह बीमारी आमतौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलती है. अगर किसी चीज या वस्तु में बैक्टीरिया है तो उसे छूने से भी यह फैल सकती है. संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने के दौरान उसके आसपास खड़े लोगों को भी डिप्थीरिया हो सकता है.