चित्तौड़गढ़. लोकसभा चुनाव से पहले रावतभाटा नगर पालिका के 6 कांग्रेस पार्षदों को कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पार्टी ने 6 पार्षदों के साथ पालिका उपाध्यक्ष के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण 6 साल के लिए निष्कासन की कार्रवाई की है.
कांग्रेस के जिला संगठन महासचिव महेन्द्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के निर्देश पर प्रदेश संगठन महासचिव ललित तुनवाल ने एक आदेश जारी किया. इस आदेश के तहत नगर पालिका के उपाध्यक्ष प्रकाश देवड़ा के साथ नगर पालिका रावतभाटा के पार्षद अनिल बलसोरी, दुर्गा देवी, अनिल शर्मा, मनीषा वर्मा, यास्मिन बी, आरती बलसोरी को अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने जताया आक्रोश: कांग्रेस के 6 पार्षद और पालिका उपाध्यक्ष प्रकाश देवड़ा को पिछले दिनों भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और सांसद सीपी जोशी ने चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति परिसर में भाजपा का दुपट्टा डालकर पार्टी में शामिल किया था. इसके बाद से ही रावतभाटा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया था. कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिन लोगों ने कांग्रेस राज में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की. कई लोगों के मकान, दुकान आदि गिराने में इनकी भूमिका रही हो, उसके बावजूद सत्ता की मलाई चाटने के लिए यह लोग भाजपा में आ गए. उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि इन्हें भाजपा में रखा गया, तो वे सभी सामूहिक इस्तीफा देंगे.
आनन-फानन में जिलाध्यक्ष ने मिठुलाल जाट और जिला ज्वॉईनिंग कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह रूद ने सफाई देते हुए पत्र जारी किया था कि इन लोगों को भाजपा में शामिल नहीं किया गया है. इन्हें शामिल करने पर विचार किया जा रहा है. तब जाकर रावतभाटा में भाजपा का असंतोष शांत हो पाया और इसके बाद कांग्रेस के कुछ लोगों ने भी इनके विरूद्ध शिकायतें दी थीं. यही कारण है कि कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने इन लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.