कानपुर: कानपुर सजेती थाना क्षेत्र इलाके में विवाद के बाद 17 साल की किशोरी ने ही अपने चचेरे भाई का गला घोंट दिया. इसके बाद शव घर में हिला दफना दिया. किशोरी की सात साल की छोटी बहन ने मासूम का कत्ल होते देखा था. उसी ने यह राज खोला.
पुलिस के मुताबिक, सजेती थाना क्षेत्र में संजय निषाद का 5 साल का बेटा साहिल 29 जुलाई को घर के बाहर खेलते हुए लापता हो गया था. परिवार के लोगों ने उसकी काफी तलाश की थी, लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल सका. जिसके बाद परिजनों ने सजेती थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी थी. साहिल के परिजनों ने पड़ोस में ही रहने वाले जेठ रमेश के परिवार के लोगों पर बेटे के अपहरण का आरोप लगाया था.
31 जुलाई को रमेश के घर के उस हिस्से से काफी बदबू आ रही थी, जिधर पशुओं को बांधा जाता था. गुजर रहे लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. जांच के दौरान रमेश के पशुबाड़े के एक हिस्से में ऐसा प्रतीत हुआ कि वहां खोदाई की गई है. इसके बाद पुलिस ने उस हिस्से की छानबीन की. वहां से साहिल का शव बरामद हुआ. पुलिस ने 17 साल की किशोरी और उसकी छोटी बहन से पूछताछ शुरू की तो घटना का खुलासा हुआ.
मृतक साहिल के परिजनों के मुताबिक, 2 महीने पहले घर से उनकी पत्नी के जेवरात और रुपए चोरी हो गए थे. उन्हें इस घटना को लेकर संदेह था कि भतीजी ने ही चोरी की है. उन्होंने इस बात को लेकर रमेश की बेटी पर आरोप लगाया था और दोनों परिवार के बीच में खूब झगड़ा भी हुआ था. इस बात से खुन्नस खाकर नाबालिग ने उनके बेटे साहिल की हत्या की धमकी दी थी.
इस पूरे मामले में एडीसीपी साउथ अंकित शर्मा ने बताया कि पुलिस की नजर 7 वर्षीय छोटी बहन पर पड़ी थी, जिसके हाव-भाव थोड़े ठीक नहीं लग रहे थे. ऐसा लग रहा था कि वह इस घटना से से जुड़ी कोई बात जानती है. जिसके बाद पुलिस ने उसे बिस्कुट खिलाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी बड़ी बहन ने ही साहिल की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. इसके बाद बोरी में भरकर पशुबाड़े में दफनाया था.