कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के कसोल में प्रशासन ने अवैध रूप से होटल, गेस्ट हाउस, होम स्टे चलाने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों के साथ मिलकर एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी द्वारा निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कसोल में 45 पर्यटन इकाइयां रजिस्टर नहीं हैं. ऐसे में इन सभी इकाइयों को बंद कर दिया गया है और सभी इकाइयों के संचालकों को नोटिस जारी किया गया है, ताकि वे समय पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करें. वरना आगामी समय में उन पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
नदी किनारे 15 अवैध कैंपिंग साइट
एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला इस कमेटी की देखरेख कर रहे हैं. कसोल के साथ लगते इलाकों में भी अब होटल, होमस्टे, गेस्ट हाउस से संबंधित दस्तावेजों को जांचा जा रहा है. प्रशासन द्वारा गठित इस संयुक्त टीम में पर्यटन विभाग के साथ लोक निर्माण विभाग, वन, जल शक्ति, प्रदूषण बोर्ड, नगर नियोजन, राजस्व विभाग आदि शामिल हैं. अभी तक जांच में कसोल में पार्वती नदी किनारे के साथ अन्य जगह करीब 15 ऐसी कैंपिंग साइट पाई गई हैं, जो बिना पंजीकरण चल रही थीं. इस तरह से चल रही ये कैंपिंग साइट सरकार को भी चूना लगा रही थी.
एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया, "प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि यहां पर अवैध रूप से पर्यटन कारोबार किया जा रहा है. इससे जहां सैलानियों की जान को भी खतरा बना रहता है तो वहीं सरकार को भी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. प्रशासन द्वारा लगातार सभी पर्यटन इकाइयों की जांच की जा रही है और आने वाले दिनों में मणिकर्ण घाटी के अन्य इलाकों में भी यह जांच जारी रहेगी."