ETV Bharat / state

जर्जर मकानों के लिए बारिश बनी कहर, अजमेर में 3 मंजिला मकान भरभरा कर गिरा - Dilapidated building Collapsed

अजमेर में रिमझिम बारिश के दौरान जर्जर मकानों को खतरा पैदा हो गया है. शहर में एक तीन मंजिला जर्जर भवन बारिश में भरभरा के जमीदोंज हो गया. गनीमत रही कि इसमें किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई.

3 storey building collapsed
अजमेर में 3 मंजिला मकान भरभरा कर गिरा (ETV Bharat Ajmer)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 9, 2024, 4:05 PM IST

Updated : Aug 9, 2024, 5:17 PM IST

पार्षद ने बताई जर्जर मकानों की दशा और उनके मालिकों की लापरवाही के बारे में (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: अजमेर में बरसात का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा. रिमझिम बारिश पुराने और जर्जर मकानों के लिए मुश्किल बन गई है. बाजावाली गली में तीन मंजिला मकान भरभरा कर जमीदोंज हो गया. मकान गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है. हालांकि मकान में रखे सामान को नुकसान पहुंचा है.

क्षेत्र की पार्षद भारती श्रीवास्तव ने बताया कि वार्ड नंबर 16 में बाजावाली में तीन मंजिला मकान गिरा है. मकान नाले के पास बना हुआ था. इस कारण मकान में सीलन रहती थी. जिससे मकान की नींव कमजोर हो गई. उन्होंने बताया कि मकान जर्जर हो चुका था. वहां किसी तरह की कोई मरम्मत नहीं की जा रही थी. पार्षद ने बताया कि जर्जर पुराने मकान को नगर निगम की ओर से नोटिस दिया जाता है, लेकिन मकान मालिक नोटिस को अनदेखा कर देते हैं. जर्जर मकान के मालिक मरम्मत करवाने की बात कहकर बचने की कोशिश करते हैं. ताकि उनके खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई नहीं हो.

पढ़ें: दरगाह क्षेत्र में दो मंजिला पुराने मकान का एक हिस्सा गिरा, नीचे दो दुकानें भी हुईं ध्वस्त

पार्षद ने बताया कि जब इस तरह के हादसे होते हैं, तो नगर निगम और पार्षद के लिए कहा जाता है कि उन्होंने ध्यान नहीं दिया. जबकि गलती आमजन की भी होती है. श्रीवास्तव ने कहा कि नगर निगम की ओर से यदि पुराने जर्जर भवनों को चिन्हित करके नोटिस दिया गया है, तो उसको अनदेखा करने के बजाय वास्तव में मकान की मरम्मत करवानी चाहिए या फिर मकान के जर्जर हिस्से को तुड़वाना चाहिए ताकि किसी तरह की जानमाल की हानि ना हो.

पढ़ें: उदयपुर में सरकारी स्कूल की जर्जर दीवार ढही, बाल-बाल बचे स्कूटी सवार, देखें वीडियो

हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है, लेकिन मकान में खिलौने रखे हुए थे, वे सभी नष्ट हो गए. जिससे काफी नुकसान हुआ है. शहर में भी यदि ऐसे कहीं जर्जर मकान हैं, तो लोगों को इसके बारे में नगर निगम को बताना चाहिए. मकान मालिक को भी नोटिस दिया गया था. नगर निगम ने मकान को तोड़ने के लिए भी उसे नोटिस दिया था, लेकिन मकान मालिक ने नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया. पड़ोस में स्थित दूसरा मकान भी सीलन की वजह से जर्जर हो चुका है. पड़ोसी मकान मालिक भी कह रहा है कि मलबा हटाने के बाद वह अपना मकान तुड़वा लेगा.

पढ़ें: Special : जयपुर के परकोटा क्षेत्र में सैकड़ों भवन जर्जर हालत में...दुर्घटना को दे रहे न्योता

मकान में रखे थे खिलौने: जर्जर मकान में कोई नहीं रहता था. लेकिन मकान के निचले कमरों का उपयोग गोदाम की तरह किया जा रहा था. कमरों में खिलौने भरे हुए थे. मकान ध्वस्त होने से कमरों रखे खिलौने नष्ट हो गए. मकान में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी.

पार्षद ने बताई जर्जर मकानों की दशा और उनके मालिकों की लापरवाही के बारे में (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: अजमेर में बरसात का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा. रिमझिम बारिश पुराने और जर्जर मकानों के लिए मुश्किल बन गई है. बाजावाली गली में तीन मंजिला मकान भरभरा कर जमीदोंज हो गया. मकान गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है. हालांकि मकान में रखे सामान को नुकसान पहुंचा है.

क्षेत्र की पार्षद भारती श्रीवास्तव ने बताया कि वार्ड नंबर 16 में बाजावाली में तीन मंजिला मकान गिरा है. मकान नाले के पास बना हुआ था. इस कारण मकान में सीलन रहती थी. जिससे मकान की नींव कमजोर हो गई. उन्होंने बताया कि मकान जर्जर हो चुका था. वहां किसी तरह की कोई मरम्मत नहीं की जा रही थी. पार्षद ने बताया कि जर्जर पुराने मकान को नगर निगम की ओर से नोटिस दिया जाता है, लेकिन मकान मालिक नोटिस को अनदेखा कर देते हैं. जर्जर मकान के मालिक मरम्मत करवाने की बात कहकर बचने की कोशिश करते हैं. ताकि उनके खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई नहीं हो.

पढ़ें: दरगाह क्षेत्र में दो मंजिला पुराने मकान का एक हिस्सा गिरा, नीचे दो दुकानें भी हुईं ध्वस्त

पार्षद ने बताया कि जब इस तरह के हादसे होते हैं, तो नगर निगम और पार्षद के लिए कहा जाता है कि उन्होंने ध्यान नहीं दिया. जबकि गलती आमजन की भी होती है. श्रीवास्तव ने कहा कि नगर निगम की ओर से यदि पुराने जर्जर भवनों को चिन्हित करके नोटिस दिया गया है, तो उसको अनदेखा करने के बजाय वास्तव में मकान की मरम्मत करवानी चाहिए या फिर मकान के जर्जर हिस्से को तुड़वाना चाहिए ताकि किसी तरह की जानमाल की हानि ना हो.

पढ़ें: उदयपुर में सरकारी स्कूल की जर्जर दीवार ढही, बाल-बाल बचे स्कूटी सवार, देखें वीडियो

हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है, लेकिन मकान में खिलौने रखे हुए थे, वे सभी नष्ट हो गए. जिससे काफी नुकसान हुआ है. शहर में भी यदि ऐसे कहीं जर्जर मकान हैं, तो लोगों को इसके बारे में नगर निगम को बताना चाहिए. मकान मालिक को भी नोटिस दिया गया था. नगर निगम ने मकान को तोड़ने के लिए भी उसे नोटिस दिया था, लेकिन मकान मालिक ने नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया. पड़ोस में स्थित दूसरा मकान भी सीलन की वजह से जर्जर हो चुका है. पड़ोसी मकान मालिक भी कह रहा है कि मलबा हटाने के बाद वह अपना मकान तुड़वा लेगा.

पढ़ें: Special : जयपुर के परकोटा क्षेत्र में सैकड़ों भवन जर्जर हालत में...दुर्घटना को दे रहे न्योता

मकान में रखे थे खिलौने: जर्जर मकान में कोई नहीं रहता था. लेकिन मकान के निचले कमरों का उपयोग गोदाम की तरह किया जा रहा था. कमरों में खिलौने भरे हुए थे. मकान ध्वस्त होने से कमरों रखे खिलौने नष्ट हो गए. मकान में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी.

Last Updated : Aug 9, 2024, 5:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.