लखनऊ : एक तरफ जहां लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) राजधानी में तीन हाईटेक कॉलोनियां बसाने की तैयारी में जुटा है, वहीं आवास विकास परिषद भी नई आवासीय योजना लेकर आया है. सिर्फ लखनऊ ही नहीं, अयोध्या और वाराणसी में भी नई योजनाएं लांच करने की तैयारी है. इसके लिए जगह और कीमतें तय कर ली गई हैं. साथ ही कितने प्लॉट इन योजनाओं में बनेंगे, यह भी निर्धारित कर लिया गया है. इन तीनों आवासीय कॉलोनियों में कुल 9000 प्लॉट मिलेंगे, इनके माध्यम से लोगों को अपने आवास का सपना पूरा करने में मदद मिलेगी. योजनाओं के रेरा (Real Estate Regulatory Authority) से पंजीकरण की स्वीकृति जल्द हो जाएगी. इसके बाद पंजीकरण खोलकर लॉटरी की जाएगी. आइए जानते हैं, इन तीनों योजनाओं की डिटेल.
लखनऊ में 5000 प्लॉट, 2000 रुपये प्रति वर्ग फुट होगी कीमत : आवास विकास परिषद की बोर्ड मीटिंग में पिछले दिनों कई योजनाओं को मंजूरी दी गई थी. परिषद की गोसाईंगंज स्थित नई जेल रोड योजना में करीब 5000 प्लॉट मिलेंगे. सुल्तानपुर रोड के नजदीक इस योजना में दिसंबर तक पंजीकरण शुरू किया जा सकता है. इस योजना में प्लॉट की कीमत 2000 रुपये प्रति वर्गफुट होगी.
300 एकड़ में बनाई जाएगी कॉलोनी : आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि कॉलोनी का दायरा 250 एकड़ से बढ़ाकर 300 एकड़ कर दिया गया है. इसके लिए करीब 75 फीसदी जमीन खरीदी जा चुकी है, बाकी जमीन हासिल करने के लिए किसानों के साथ बातचीत चल रही है. सब योजना के अनुसार रहा तो दिसंबर तक पंजीकरण खोला जा सकता है.
बता दें कि आवास एवं विकास परिषद ने पिछले साल जनवरी और फिर जून में नई जेल रोड योजना का पंजीकरण खोलने का दावा किया था. हालांकि जमीन को लेकर पेच फंसने से यह अटक गया. वहीं अब अफसरों ने दावा किया है कि योजना के लिए 75 फीसदी जमीन ली जा चुकी है. ऐसे में आउट पास करवाने बाद रेरा में रजिस्ट्रेशन करवाकर आवंटन खोलने में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
अयोध्या-वाराणसी में 4000 भूखंड, सर्किल रेट के हिसाब से होगी कीमत: अयोध्या और वाराणसी से जुड़ी योजनाओं को लेकर भी दिसंबर तक पंजीकरण खोला जा सकता है. इन दोनों योजनाओं में भी लगभग 4000 भूखंड होने की संभावना है. कीमत शहरों के सर्किल रेट के हिसाब से होगी. अयोध्या में पर्यटन और वाराणसी में पर्यटन के लिए लिहाज से यह दोनों योजनाएं बहुत महत्वपूर्ण हो जाएंगी. अयोध्या में ग्रीनफील्ड योजना होगी. अयोध्या स्कीम नव्य अयोध्या के नाम से इसे लॉन्च किया जा रहा है. वाराणसी में अभी नाम तय नहीं किया गया.
तीनों योजनाओं में 800 से 2200 वर्ग फ़ीट के होंगे भूखंड : लखनऊ सहित अयोध्या और वाराणसी की योजनाओं में 800 से 2200 वर्ग फीट के बीच प्लाट होंगे. लोग अपनी पसंद के आधार पर क्षेत्रफल के हिसाब से भूखंड खरीद सकेंगे. इसके अलावा इन योजनाओं में कुछ ग्रुप हाउसिंग स्कीम भी होगी. मगर ग्रुप हाउसिंग स्कीम के भूखंड निजी क्षेत्र में बेच दिए जाएंगे. सरकारी स्तर पर केवल प्लॉट दिए जाएंगे.
LDA की भी है लखनऊ में 10000 प्लॉट देने की योजना : बता दें कि राजधानी लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की 10000 प्लॉट देने की योजना है. तीन नई कॉलोनियों को विकसित करने का प्लान यहां है. इसमें चिकित्सा,आईटी और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े प्रतिष्ठानों को भी भूखंड आवंटित किए जाएंगे. भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अलग-अलग कमेटियों का गठन किया है. प्रस्तावित कॉलोनियों में वेलनेस सिटी, आईटी सिटी व एजुकेशन सिटी का काम अगस्त से ही रफ्तार पकड़ेगा. इसमें सुपर स्पेशियलिटी हाॅस्पिटल, मेडिकल काॅलेज, डायग्नोस्टिक सेंटर के साथ विपासना केन्द्र व मेडिटेशन सेंटर आदि होंगे. इसके साथ ही योजना में हाईटेक प्रौद्योगिकी पार्क, ग्लोबल बिजनेस पार्क, साइंस एवं इंजीनियरिंग उपकरण क्षेत्र, सुपर स्पेशलिटी मेडिकल जोन आदि के लिए भूखण्ड होंगे. योजना में 72 वर्गमीटर से 1250 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 4025 आवासीय भूखण्ड सृजित किये जाएंगे.
इसी तरह आईटी सिटी में 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैली वाटर बाॅडी योजना की पहचान बनेगी. यहां कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर से जुड़े संस्थानों के लिए अतिरिक्त प्लाटों की व्यवस्था होगी. HCL जैसी बड़ी कंपनियां इसके आसपास पहले से आ चुकी हैं.
यहां बनेंगी आवासीय कॉलोनियां: सुल्तानपुर रोड पर ग्राम-बक्कास, चौरहिया, चौरासी, दुलारमऊ व नूरपुर बेहटा की लगभग 1200 एकड़ भूमि पर वेलनेस सिटी प्रस्तावित है. जबकि सुल्तानपुर रोड व किसान पथ के मध्य ग्राम-बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकन्दरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली व भटवारा की लगभग 1710 एकड़ भूमि पर आईटी सिटी का विकास किया जाना है. वहीं मोहान रोड पर ग्राम-कलियाखेड़ा व प्यारेपुर की 785 एकड़ अर्जित भूमि पर प्रस्तावित एजुकेशन सिटी (मोहान रोड योजना) का कार्य भी अगस्त से तेजी पकड़ेगा.