धौलपुर: पार्वती बांध के तीन गेट फिर खोले गए हैं. वहीं, कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश के कारण बाढ़ के हालात बन रहे हैं. जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता राजकुमार सिंगला ने बताया करौली एवं जिले के डांग क्षेत्र में हुई बारिश का पानी पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया में तेजी से पहुंच रहा है. पार्वती बांध की भराव क्षमता 223.41 मीटर है. बांध का गेज लेवल 223.40 मीटर तक पहुंच गया है.
उन्होंने बताया कि गेज मेंटेन करने के लिए बांध को 11 सेंटीमीटर खाली रखा गया था. जल संसाधन विभाग द्वारा 223.30 मीटर पर गेज को स्टेबल रखा था. लेकिन शुक्रवार दिन एवं रात में हुई बारिश से बांध के कैचमेंट एरिया में तेजी से पानी की आवक हुई है. वर्तमान समय में बांध का गेज लेवल 223.40 मीटर तक पहुंच चुका है. महज 1 सेंटीमीटर बांध खाली है. उन्होंने बताया कि गेज को मेंटेन करने के लिए शनिवार को गेट नंबर 10, 11 एवं 16 खोलकर 145 क्यूसेक पानी पार्वती नदी में रिलीज किया है. बांध के अटैचमेंट एरिया में तेजी से पानी की आवक होने की वजह से जल संसाधन विभाग अन्य गेटों को खोलने का भी निर्णय ले सकता है. उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग की टीम को तैनात किया गया है. बांध के गेज का पल-पल का अपडेट लिया जा रहा है.
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पार्वती नदी में आएगा उफान, बन सकते हैं बाढ़ के हालात : शनिवार को पार्वती बांध से पानी रिलीज किए जाने के बाद पार्वती नदी निश्चित तौर पर उफान पर हो जाएगी. बाड़ी-बसेड़ी, सैंपऊं-बाड़ी, कोलारी-धौलपुर एवं कोलारी-मनिया सड़क मार्ग का संपर्क कट सकता है, जिससे लोगों को भारी असुविधा हो सकती है. जिला मुख्यालय से दो दर्जन से अधिक गांव का संपर्क भी कट सकता है. इसके अलावा पार्वती नदी में अधिक पानी आने के कारण बसेड़ी, सैंपऊं, धौलपुर एवं राजाखेड़ा उपखंड के तीन दर्जन से अधिक गांव पानी की चपेट में आ सकते हैं, जिसे लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.
पार्वती नदी के निचले इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित रहने की हिदायत दी गई है. जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीती ने बताया कि पार्वती नदी के आसपास बसे गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है. संबंधित ग्राम पंचायत के हल्का पटवारी, गिरदावर, ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंचों को भी निगरानी रखने के लिए पाबंद किया गया है.