समदड़ी (बालोतरा). बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के सिवाना विधानसभा के अर्थण्डी गांव में पिछले 29 दिनों से पानी के समस्या को लेकर धरना चल रहा था और चुनाव का बहिष्कार किया हुआ था. शुक्रवार को पूर्व भाजपा विधायक शंकर सिंह आहोर की समझाइश और आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दोपहर बाद मतदान शुरू हुआ.
ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल की समस्या को लेकर राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी दिए, लेकिन समाधान नहीं हुआ. गांव में पानी की विकट समस्या है और 70 साल बाद भी ग्रामीणों को महंगे दामों में पानी के टैंकर डलवाकर प्यास बुझानी पड़ रही है. 'हर घर नल योजना' के तहत गांव में पाइप लाइन भी बिछा दी गई, लेकिन मुख्य परियोजना से नहीं जोड़ने के कारण गांव में पानी नहीं पहुंचा, जिसको लेकर आखिरकार ग्रामीणों ने सामूहिक मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया.
पूर्व विधायक के आश्वासन पर धरना खत्म: अर्थण्डी गांव में पानी की समस्या को लेकर पहुंचें आहोर जिला जालोर के पूर्व विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित ने बताया कि गांव वाजिब मांग पर था. पानी की समस्या को लेकर हमें 10- 15 दिन पहले आना था. हमें मुख्यमंत्री की ओर से मैसेज आया कि जाओ और तुरंत मतदान करवाओ. बहिष्कार लोकतंत्र के इतिहास के लिए ठीक नही हैं. हमने अपने लोगों, अधिकारियों से बात की. कलेक्टर, चीफ इंजीनियर और मंत्री से बात कर ग्रामीणों के सुझाव पर समस्या समाधान किया जाएगा.