नई दिल्ली: 9 मई 2024 से दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पवित्र हज सफर के लिए हज फ्लाइट्स के रवाना होने का सिलसिला शुरू हुआ था. दिल्ली से अब तक कुल 28 फ्लाइट हाजियों को लेकर हज सफर के लिए रवाना हो चुकी है. दिल्ली हज इंबार्केशन पॉइंट से केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न राज्यों के हाजी हज यात्रा के लिए प्रस्थान करते हैं.
दिल्ली स्टेट हज कमेटी के कार्यकारी अधिकारी अशफाक अहमद आरफी के मुताबिक, शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान और दरगाह फैज इलाही में बने वातानुकूलित हज ट्रांसिट कैंप में और दिनों की तुलना में हज यात्रियों की संख्या काफी अधिक थी. दिल्ली स्टेट हज कमिटी की चेयरपर्सन कौसर जहां ने हज यात्रियों और उनके परिवार वाले से हज ट्रांसिट कैंप में मुलाकात की और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रस्थान द्वार संख्या 8 पर पहुंच कर हज यात्रियों को पवित्र हज यात्रा के लिए रवाना किया.
शनिवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सऊदी एयरलाइंस की कुल तीन उड़ानों से लगभग 1200 हज यात्री हज सफर के लिए मदीना रवाना हुए. 18 मई 2024 तक कुल 47 हज उड़ानों में से अब तक 28 उड़ानें सफलता पूर्वक प्रस्थान कर चुकी हैं. 25 मई 2024 तक 19 हज उड़ानें और रवाना होनी बाकी हैं.
हज 2024 के लिए भारत से कुल 1,75,025 हाजी पवित्र हज के लिए जाएंगे. इस में भारत सरकार द्वारा 1,40,025 जबकि प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स द्वारा 35,000 हाजी हज पर जाएंगे. पूरे भारत में कुल 20 इंबार्केशन पॉइंट से हज यात्री रवाना होते है. प्रथम चरण में दिल्ली से जाने वाले हाजियों की देश वापसी 22 जून से शुरू होगी.
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हज यात्रा क्या है?
इस्लाम धर्म में पांच मूल नियम बताए गए हैं. इनमें शाहदा (विश्वास), सलाह (प्रार्थना), जकात (दान), रोजा (उपवास) और हज शामिल है. हर साल दुनिया भर के लाखों इस्लाम अनुयायी हज यात्रा के लिए सऊदी अरब स्थित मक्का-मदीना पहुंचते हैं. इस्लाम के मुताबिक, हज अल्लाह से जुड़ने, माफी मांगने और विश्वास मजबूत करने का जरिया है. इस बार हज यात्रा 14 से 19 जून तक चलेगी.
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