भोपाल : मध्यप्रदेश में शेयर मार्केट के दीवानों की संख्या बढ़ने के पीछे शेयर, म्यूचुअल फंड में अच्छा निवेश मिलना है. हालांकि, बाजार विशेषज्ञ प्रदेश के नए निवेशकों को नुकसान से बचने 20ः30ः50 के रेशियो में निवेश की सलाह देते हैं. बाजार विशेषज्ञ आदित्य मनिया जैन कहते हैं, '' सेंसेक्स लगातार नई ऊंचाईयां छू रहा है. निफ्टी ने एक माह में दूसरी बार फिर नया हाई बनाया है. इससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल रहा है. पिछले तीन सालों के आंकड़ों को देखें तो स्मॉल कैप में 15 से 25 फीसदी, लार्ज कैप में 12 फीसदी और सेक्टोरल में 40 फीसदी तक का रिटर्न आ रहा है. आज निवेशक बैंक में जमा होने वाली एफडी की ब्याज दर को महंगाई दर से नापता है, तो उसे बचत बढ़ी हुई दिखाई नहीं देती. यही वजह है कि प्रदेश में शेयर के निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.''
शेयर में सट्टेबाजी न करें, होगा नुकसान
बाजार विशेषज्ञ संतोष अग्रवाल कहते हैं, '' शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को लेकर सुनने को मिल जाता है कि उसने 2 लाख लगाए और कुछ समय में ही निवेश की राशि बढ़कर 15 लाख रुपए हो गई. ऐसा हो सकता है, लेकिन अचानक नहीं हो सकता. रातोंरात लखपति-करोड़पति बनने का ख्वाब लेकर शेयर मार्केट में बिलकुल न कूदें, नहीं तो मूल रकम भी गवां सकते हैं. इसी तरह किसी शेयरर में इंवेस्ट किसी के कहने मात्र से बिलकुल न करें. उस शेयर में पैसा लगाएं जो फंडामेंटली मजबूत हो. सस्ते शेयर देखकर बिलकुल छोटी कंपनियों में बड़ा निवेश न करें. क्योंकि लोग ज्यादा रिटर्न के चक्कर में उन कंपनियों के स्टॉक्स में पैसा लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होती.''
इस तरह नुकसान से बचें
बाजार विशेषज्ञ आदित्य मनिया जैन कहते हैं, '' शेयर मार्केट का यह कड़वा सच है कि 90 फीसदी रिटेलर को नुकसान होता है. इसलिए शेयर मार्केट से जुड़ने वाले नए निवेशकों को कुछ बातें गांठ बांधकर ही निवेश के लिए आगे बढ़ना चाहिए. शेयर मार्केट में निवेश लॉन्ग टर्म और मीडियम टर्म के लिए किया जाए तो फायदा होगा. कम से कम निवेश 1 से 3 साल के लिए करें. मार्केट में फ्यूचर और ऑप्शन में जो सट्टेबाजी है, उसे लेकर केन्द्र सरकार भी गंभीर है और इसे लेकर गाइडलाइन जल्द लागू की जा रही है. उधार लेकर तो इंवेस्ट करने की भूल तो बिलकुल भी न करें. मार्जिन ट्रेडिंग न करें, क्योंकि जब पैसा नहीं होता तो सौदा छोड़ना पड़ता है. बाजार गिरता है तो भगदड़ मचती है और ऐसे में नए निवेशक घाटे में चले जाते हैं. इसलिए लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें और म्युच्युअल फंड में निवेश करें.''
Read more - इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में ग्वालियर-गुना पर 5 हजार करोड़ की बारिश, अडाणी अंबानी और गोदरेज करेंगे निवेश |
क्या है 20ः30ः50 फॉर्मूला?
यदि आपको 1 लाख रुपए का निवेश करना है, तो एक ही कंपनी में पूरा पैसा लगाने की भूल बिलकुल भी न करें. ऐसे में आप नुकसान उठा सकते हैं. बेहतर होगा यह पैसा 20ः30ः50 फॉर्मूले से निवेश करें. यानी एक लाख में से 20 फीसदी हिस्सा लॉर्ज कैंप की कंपनियों में, 30 फीसदी हिस्सा लॉर्ज और मिड कैप कंपनियों और 50 फीसदी पैसा मिड, स्मॉल कैप कंपनियों में लगाएं. निवेश लॉन्ग टर्म के लिए करें. निवेश करने से चूकें नहीं. कुछ पैसा हमेशा बचाकर रखें. मार्केट में गिरावट आए तो पैसा डालने की हिम्मत रखें.
किस राज्य में 1 साल में कितनी हुई ग्रोथ
राज्य | निवेशक | एक साल में बढ़े |
मध्यप्रदेश | 98.50 लाख | 26.69 लाख (37.18 प्रतिशत) |
उत्तर प्रदेश | 2.7 करोड़ | 66.57 लाख (47.31 प्रतिशत) |
छत्तीसगढ़ | 21.96 लाख | 6.98 लाख (46.66 प्रतिशत) |
राजस्थान | 1.12 करोड़ | 30.60 लाख (37.16 प्रतिशत) |
गुजरात | 1.72 करोड | 36.3 लाख (26.35 प्रतिशत) |
महाराष्ट्र | 3.46 करोड़ | 70.84 लाख (25.71 प्रतिशत) |
यह भी ध्यान रखें
किसी भी कंपनी में निवेश के पहले उसका फंडामेंटल, टेक्निकल टर्म, कंपनी की प्रोफाइल देखें. समझें कि कंपनी पैसा क्यों ले रही है. उसकी ऑर्डर बुक कैसी है और कंपनी ने डिवीडेंट कब से नहीं दिया और कंपनी पर कर्ज कितना है. कंपनी की प्रोफाइल पता होगी तो निवेश करना आसान होगा.