अल्मोड़ा: जिले में जिला पर्यटन विभाग में पंजीकृत 478 होमस्टे में से 257 होमस्टे के पंजीकरण निरस्त कर दिए गए हैं. पंजीकृत होमस्टे को कामर्शियल उपयोग में लाने और रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नही करने से होमस्टे निरस्त किए गए हैं. विभाग की ओर से सभी निरस्त किए गए होमस्टे के संचालकों को नोटिस देकर इसकी सूचना दे दी गई है.
अल्मोड़ा जिले में करीब 425 होमस्टे पंजीकृत थे. पर्यटन विभाग की ओर से इनका निरीक्षण किया. इसमें 257 होमस्टे नियमानुसार नहीं चलाए जा रहे थे. होमस्टे को रेजिडेंशियल के रूप में उपयोग में लाना था लेकिन इनमे से कुछ होमस्टे ऐसे थे जिन्हें कामर्शियल रूप से उपयोग किया जा रहा था. उसमें दुकानें खोल दी गई थी. अधिकतर ऐसे होमस्टे हैं जिन्होंने पर्यटन विभाग में अपने पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं कराया है. पूर्व में पर्यटन विभाग में 478 होमस्टे पंजीकृत थे. विभाग की ओर से निरीक्षण किया गया तो 12 होमस्टे ऐसे निकले जिसका उपयोग दुकानें खोलकर कामर्शियल की तरह उपयोग किया जा रहा था.
245 होमस्टे का विभाग में रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नहीं हुआ था. इन सभी को नियम का पालन न करने पर निरस्त कर दिया गया. निरस्त किए गए होमस्टे के संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे या तो होटल या रिसॉर्ट के रूप में पंजीकरण करके मानदंडों के अनुरूप हों या कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अल्मोड़ा जिला पर्यटन अधिकारी प्रकाश सिंह खत्री ने बताया निरीक्षण से पता चला कि कई होमस्टे नियमों के दायरे से बाहर चल रहे थे. सभी निरस्त होमस्टे संचालकों को कमियों को दूर करने तथा सही श्रेणी के तहत पंजीकरण के लिए दोबारा आवेदन करने के लिए एक निश्चित अवधि दी गई है. निर्धारित समय सीमा के भीतर अनुपालन न करने पर दस हजार का जुर्माना लगाया जाएगा. जुर्माना लगने की तिथि से जुर्माना भरने की तिथि तक प्रतिदिन जुर्माने में एक हजार रुपए जोड़ दिया जाएगा. सम्पत्तियों को बंद भी किया जा सकता है.
पढे़ं- होमस्टे योजना को लेकर धामी की बड़ी पहल, 60 हजार रुपये प्रति कमरे का अनुदान देगी सरकार