नई दिल्ली: गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपी यूनिवर्सिटी) द्वारका कैम्पस में मंगलवार को आयोजित 16वें दीक्षांत समारोह में 24,708 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं. इसमें 77 स्वर्ण पदक और 82 पीएचडी स्कालर्स शामिल हैं. यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलसचिव रहे स्वर्गीय बीपी जोशी की स्मृति में दिया जाने वाला सवर्ण पदक डॉ. हेमंत कुमार आर्या और सिद्धार्थ खिटोलिया अवार्ड मनीषा पुरी को दिया गया.
दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति एवं दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने डिग्री ले रहे छात्रों से आह्वान करते हुए कहा कि आप भविष्य के एंटरप्रेन्योर हैं. अपने देश को विकसित बनाने का दारोमदार आप पर है. इसके लिए आपको सपना देखने की आदत डालनी होगी. उन्होंने कहा कि स्किल और नॉलेज का समुचित उपयोग आवश्यक है.
उन्होंने यूनिवर्सिटी में योग, आयुर्वेद के साथ- साथ आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स, रोबोटिक्स जैसे चलाए जा रहे प्रोग्राम की सराहना की. कहा कि नरेला में प्रस्तावित यूनिवर्सिटी के तीसरे कैम्पस से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को फायदा मिलेगा. यूनिवर्सिटी की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने कहा कि 25 साल में यूनिवर्सिटी ने एक लम्बा सफर तय किया है. आज हम दिल्ली के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में एक हैं. वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भी हमने जगह बनाई है.
यह भी पढ़ेंः मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना में क्या है खास ?, जानिये कैसे लें इस योजना का लाभ ?
मुख्य अतिथि नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवी आर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हम दुनिया में दूसरे नम्बर पर हैं. अपने देश में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी खुल रही है. वर्तमान में देश के तकरीबन 1,200 यूनिवर्सिटी में 4.2 करोड़ छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2047 तक हम दुनिया में नम्बर एक हो जाएंगे. हमारा लक्ष्य तब यूनिवर्सिटी और कॉलेज में 9 करोड़ छात्रों को दाख़िला देने का है. मौके पर पोस्ट मास्टर जनरल अशोक कुमार ने यूनिवर्सिटी के रजत जयंती के उपलक्ष्य में डाक टिकट, सिक्का और फर्स्ट कवर भी जारी किया. इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के सिल्वर जुबिली बुक का भी विमोचन किया गया.