भरतपुर. संभाग में साइबर अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत भरतपुर रेंज की 6 जिलों की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पुलिस ने दो दिन में विधि से संघर्षरत 5 बालकों समेत कुल 23 साइबर अपराधियों को दबोचा है. ये अपराधी अब तक 1 हजार से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं. साथ ही ठगी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे 46 मोबाइल समेत अन्य सामान भी जब्त किया है.
आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत सभी जिलों की पुलिस ने दो दिन में कार्रवाई कर 23 साइबर अपराधियों को पकड़ा है. इसके अलावा 5 बाल अपचारियों को भी निरुद्ध किया है. इनमें से सबसे ज्यादा पहाड़ी थाना क्षेत्र से 2 साइबर अपराधी, सीकरी से 10 अपराधी, जुरहरा थाना से 6 साइबर अपराधी पकड़े हैं. वहीं पहाड़ी थाना क्षेत्र से विधि से संघर्षरत 2 बालक व सीकरी से 3 बालकों को निरुद्ध किया है.
ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार: आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि अपराधियों द्वारा लोगों को किराए के फ्लैट का झांसा देकर सैक्सचैट के माध्यम से व अन्य विभिन्न प्रकार का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाया जाता है. जंगलों में एकत्रित होकर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं. उसके बाद ठगी के शिकार लोगों से फर्जी अकाउंट में पैसे डलवाकर एटीएम के माध्यम से विड्रा कराकर आपस में बांट लेते हैं. फर्जी अकाउंट नंबर गैंग के सदस्यों को उपलब्ध कराकर अलवर और गुड़गांव जैसे शहरों से कमीशन के आधार पर पैसे निकलवाने का काम करते हैं.
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1 हजार से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी: आईजी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वो अब तक एक हजार से अधिक लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. गैंग के सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस ने 46 मोबाइल, 6 सिम व एक एटीएम, 3 चैकबुक, 4 जमीन खरीद की रजिस्ट्री, 1 क्रेटा कार, 1 ट्रैक्टर और 2 मोटर साइकिल बरामद की है.
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अपराधियों की लोकेशन में 34% कमी: आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि पूरे संभाग में 1 मार्च से ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है. जिसकी वजह से संभाग में साइबर अपराधियों की लोकेशन में 34 प्रतिशत की कमी आई है. यह जानकारी राष्ट्रीय स्तर के आंकड़े से मिली है.