हल्द्वानी: तराई केंद्रीय वन प्रभाग में वन तस्करों के हौसले बुलंद हैं. इसी क्रम में टांडा रेंज अंतर्गत वन तस्कर भारी मात्रा में खैर की लकड़ी की तस्करी कर रहे थे, तभी गश्त कर रही वन विभाग की टीम ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि चार तस्कर मौके से भागने में कामयाब हो गए हैं. तस्करों के कब्जे से लाखों रुपए की खैर की लकड़ी बरामद हुई है.
वन क्षेत्राधिकारी टांडा रेंज रूपनारायण गौतम ने बताया कि डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला देर रात वन कर्मियों के साथ टांडा रेंज में गश्त कर रहे थे. इस दौरान हल्द्वानी- रुद्रपुर के टांडा रोड पर जंगल किनारे तस्कर बेशकीमती खैर की लकड़ी को पिकअप के जरिए ले जा रहे थे. उन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो तस्करों ने पिकअप से गश्त दल की गाड़ी को टक्कर मार दी, जिससे डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला सहित तीन वनकर्मी घायल हो गए हैं.
रूपनारायण गौतम ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. तस्करी में सोनू निवासी गदरपुर नाम के तस्कर का नाम सामने आया है, जिसकी तलाश की जा रही है. उन्होंने कहा कि मौके से लखविंदर सिंह और किशन विश्वास को दबोचा गया है, जबकि चार तस्कर मौके से भागने में कामयाब हो गए हैं.
गौरतलब कि एक माह पहले भी तराई केंद्रीय वन प्रभाग अंतर्गत लकड़ी तस्करों और वनकर्मियों के बीच मुठभेड़ की घटना सामने आई थी, जिसमें गोली लगने से रेंजर सहित कई वन कर्मी घायल हुए थे. एक बार फिर से वन तस्करों ने वन विभाग को चुनौती दी है, लेकिन वन विभाग ने तस्करों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया.
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