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छबड़ा नगर पालिका में हुए 43 लाख के गबन केस में 2 आरोपी गिरफ्तार

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 19, 2024, 12:59 PM IST

नगरपालिका छबड़ा में हुए गबन के मामले में पुलिस को दो अन्य आरोपियों को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है. पुलिस को इन आरोपियों से और अन्य नामों का खुलासा होने की उम्मीद है.

2 more accused arrested in case of embezzlement of Rs 43 lakh in Chhabra Municipality
छबड़ा नगर पालिका में हुए 43 लाख के गबन के मामले में 2 अन्य आरोपी गिरफतार

बारां. छबड़ा थाना पुलिस ने वहां की नगर पालिका में हुए 43 लाख 79 हजार 500 रूपए के गबन के मामले में मुख्य आरोपी के बाद सोमवार को 2 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

बारां के जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि पिछले दिनों छबड़ा नगर पालिका में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर व संविदाकर्मी ने मिलीभगत करके तत्कालीन ईओ की डीएससी का दुरुपयोग करते हुए जयपुर निवासी एक युवक के खाते में 43 लाख 79 हजार 500 रुपए का अनियमित भुगतान कर दिया था.इसकी रिपोर्ट ईओ ने छबड़ा थाने में दर्ज करवाई थी, जिस पर कारवाई कर पुलिस ने जयपुर निवासी सुनील वर्मा को पहले गिरफ्तार किया था.

पढ़ें: रामगढ़ क्रेटर देश का पहला अधिसूचित भू विरासत स्थल बना, सरकारें कर रहीं पर्यटन बढ़ाने का विकास

पूछताछ के दौरान आरोपी सुनील वर्मा ने गबन में शामिल अन्य आरोपियों के नाम भी बताए थे. इसके बाद पंकज नामा पुत्र दामोदर नामा निवासी संजय बस्ती मोती डूंगरी पुलिस थाना जयपुर को गिरफ्तार किया था. इसके बाद छबड़ा के वार्ड 15 निवासी मुकेश नामा पुत्र देवकीनन्दन छीपा उम्र 34 साल को गिरफ्तार किया था. इन तीनों आरोपियों से घटना से संबंधित गहन पूछताछ की जा रही है. पुलिस को इस मामले में और अन्य नामों के खुलासा होने की भी उम्मीद है. बता दें कि फर्जी डिजिटल सिग्नेचर के द्वारा पालिका में संविदा पर लगे ऑपरेटर के द्वारा बेईमानी से बिना किसी स्वीकृति के जयपुर मोतीडूंगरी निवासी सुनील वर्मा के खाते में ट्रांसफर किए गए. पुलिस ने अनुसंधान कर मामले की जांच शुरू की, जिसमे सुनील वर्मा के खाते में पालिका की 43 लाख रुपये की गबन की राशि जमा हुई थी.

बारां. छबड़ा थाना पुलिस ने वहां की नगर पालिका में हुए 43 लाख 79 हजार 500 रूपए के गबन के मामले में मुख्य आरोपी के बाद सोमवार को 2 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

बारां के जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि पिछले दिनों छबड़ा नगर पालिका में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर व संविदाकर्मी ने मिलीभगत करके तत्कालीन ईओ की डीएससी का दुरुपयोग करते हुए जयपुर निवासी एक युवक के खाते में 43 लाख 79 हजार 500 रुपए का अनियमित भुगतान कर दिया था.इसकी रिपोर्ट ईओ ने छबड़ा थाने में दर्ज करवाई थी, जिस पर कारवाई कर पुलिस ने जयपुर निवासी सुनील वर्मा को पहले गिरफ्तार किया था.

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पूछताछ के दौरान आरोपी सुनील वर्मा ने गबन में शामिल अन्य आरोपियों के नाम भी बताए थे. इसके बाद पंकज नामा पुत्र दामोदर नामा निवासी संजय बस्ती मोती डूंगरी पुलिस थाना जयपुर को गिरफ्तार किया था. इसके बाद छबड़ा के वार्ड 15 निवासी मुकेश नामा पुत्र देवकीनन्दन छीपा उम्र 34 साल को गिरफ्तार किया था. इन तीनों आरोपियों से घटना से संबंधित गहन पूछताछ की जा रही है. पुलिस को इस मामले में और अन्य नामों के खुलासा होने की भी उम्मीद है. बता दें कि फर्जी डिजिटल सिग्नेचर के द्वारा पालिका में संविदा पर लगे ऑपरेटर के द्वारा बेईमानी से बिना किसी स्वीकृति के जयपुर मोतीडूंगरी निवासी सुनील वर्मा के खाते में ट्रांसफर किए गए. पुलिस ने अनुसंधान कर मामले की जांच शुरू की, जिसमे सुनील वर्मा के खाते में पालिका की 43 लाख रुपये की गबन की राशि जमा हुई थी.

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