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देहरादून में फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच डाली जमीन, पुलिस के हत्थे चढ़े भूमि माफिया - FAKE DOCUMENTS LAND SALE

Fake Documents Land Sale Case in Dehradun फर्जी तरीके से जमीन बेचने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. आरोपियों ने पीड़ित को 19 लाख 50 हजार रुपए का चूना लगाया था.

Fake Documents Land Sale Case in Dehradun
पुलिस के हत्थे चढ़े भूमि माफिया (photo- police department)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 26, 2024, 8:40 PM IST

देहरादून: थाना प्रेमनगर पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भूमि की फर्जी रजिस्ट्री करने वाले 2 मुख्य आरोपियों को आरटीओ कार्यालय रोड़ झाझरा से गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है. पूछताछ में आरोपियों ने धोखाधड़ी में शामिल अन्य सह आरोपियों की जानकारी दी है, जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी.

फर्जी दस्तावेजों के आधार जमीन की धोखाधड़ी: बता दें कि प्रभू दयाल रावत (निवासी पौड़ी गढ़वाल) ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि आर्यन और उसके भाई दीपक द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे ईस्ट होप टाउन झाझरा स्थित एक भूमि बेचने के लिए दिखाई, जो सक्षमवीर निवासी लोहिया पार्क चौक लखनऊ के नाम पर दर्ज थी. आरोपियों ने 19 लाख 50 हजार रुपए लेकर भूमि की रजिस्ट्री उनके नाम पर करते हुए उन्हें भूमि पर कब्जा दिया. वहीं, जब वह (पीड़ित) भूमि का दाखिला खारिज अपने नाम पर कराने के लिये तहसील गए तो पता चला कि सक्षमवीर द्वारा अपनी भूमि को साल 2016 में किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया था. पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि केस की जांच में जानकारी मिली कि आरोपियों द्वारा ईस्ट होप टाउन स्थित भूमि को सक्षमवीर नाम के व्यक्ति की निजी भूमि बताते हुए व्यक्ति सक्षमवीर के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को खड़ाकर और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री पीड़ित के नाम पर की गई थी. जिसके बाद पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी आर्यन और दीपक को आरटीओ कार्यालय रोड़ झाझरा से गिरफ्तार किया गया था.

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फर्जी दस्तावेजों के आधार जमीन की धोखाधड़ी: बता दें कि प्रभू दयाल रावत (निवासी पौड़ी गढ़वाल) ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि आर्यन और उसके भाई दीपक द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे ईस्ट होप टाउन झाझरा स्थित एक भूमि बेचने के लिए दिखाई, जो सक्षमवीर निवासी लोहिया पार्क चौक लखनऊ के नाम पर दर्ज थी. आरोपियों ने 19 लाख 50 हजार रुपए लेकर भूमि की रजिस्ट्री उनके नाम पर करते हुए उन्हें भूमि पर कब्जा दिया. वहीं, जब वह (पीड़ित) भूमि का दाखिला खारिज अपने नाम पर कराने के लिये तहसील गए तो पता चला कि सक्षमवीर द्वारा अपनी भूमि को साल 2016 में किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया था. पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि केस की जांच में जानकारी मिली कि आरोपियों द्वारा ईस्ट होप टाउन स्थित भूमि को सक्षमवीर नाम के व्यक्ति की निजी भूमि बताते हुए व्यक्ति सक्षमवीर के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को खड़ाकर और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री पीड़ित के नाम पर की गई थी. जिसके बाद पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी आर्यन और दीपक को आरटीओ कार्यालय रोड़ झाझरा से गिरफ्तार किया गया था.

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