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चंपावत में भीषण अग्निकांड, 14 मकानों में लगी आग, 4 सिलिंडर फटे, कई मवेशी जले - 14 houses caught fire in Champawat - 14 HOUSES CAUGHT FIRE IN CHAMPAWAT

उत्तराखंड के चंपावत जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां एक गांव के 14 मकानों में आग लग गई थी, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल भी हो गया था. दुर्गम इलाके में बसे इस गांव में लगी आग के दौरान 4 गैस सिलिंडर भी धमाके के साथ फट गए.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 5, 2024, 11:42 AM IST

Updated : Apr 5, 2024, 2:07 PM IST

चंपावत भीषण अग्निकांड में 14 मकानों जलकर हुए खाक.

चंपावत: उत्तराखंड के चंपावत जिले में बड़ा हादसा हो गया. यहां लड़ा गांव में आग लगने से दो मंजिला मकान जलकर खाक हो गए. आग इतनी भयावह थी कि उसने 14 मकानों की बाखली को अपने चपेट में ले लिया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया. वहीं बताया जा रहा है कि इस आग्निकांड में तीन मवेशी भी झुलस गए.

देर रात लगी आग से पूर इलाके में आफरा-तफरी का माहौल गया था. जिस वक्त ये हादसा हुआ, घर में चार लोग सो रहे थे. उन्हें ग्रामीणों, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने बाहर निकाला. पुलिस और राजस्व विभाग की टीम एक मवेशी को भी सुरक्षित बाहर निकाले में कामयाब रही है, लेकिन तीन मवेशियों की आग में जिंदा झुलकर मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक ये घटना देर रात को चंपावत जिले के पाटी के रौलामेल ग्राम पंचायत के दूरस्थ गांव लड़ा में घटित हुई थी. बताया जा रहा है कि पहले एक घर में आग की लपटें निकली, जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हवा तेज होने के कारण आग की लपटें कुछ ही देर में आसपास के लकड़ी के घरों तक फैल गई.

ग्रामीणों की मानें तो इस दौरान आग घर में रखे सिलेंडर तक पहुंच गई और चार सिलेंडरों में विस्फोट होने के कारण आग ज्यादा भयावह हो गई. ग्रामीणों ने हो-हल्ला मचाकर घर में सो रहे चार लोगों हीरा देवा, राधिका देवी, प्रीति और भुवन चंद्र को जगाया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला.

वहीं ग्रामीणों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. पहाड़ी रास्ता और दूरस्थ गांव होने के कारण फायर ब्रिगेड की टीम काफी देर से घटना स्थल पहुंची. तब कहीं जाकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक 14 मकान जलकर राख हो गए. पीड़ितों का कहना है कि इस अग्निकांड में उनका करीब 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. हालांकि आग कैसे लगे इसकी अभीतक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

वहीं, अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को मुताबिक प्रमोद गहतोड़ी नाम के व्यक्ति ने देर रात करीब 11:00 बजे घटना की सूचना दी थी. इसके बाद लोहाघाट से अग्निशमन की गाड़ी को मौके पर भेजा गया. बताया जा रहा है कि लोहाघाट से घटनास्थल तक गाड़ी को पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे लग गए. अधिक दूरी होने के चलते अग्निशमन की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पाई जिसके चलते भारी नुकसान हुआ है.

ग्रामीण प्रमोद गहतोड़ी ने बताया कि घटना करीब 10:30 बजे रात की है. पहले एक मकान में आग लगी थी, जिसके बाद आग इनती विकराल हो गई कि आसपास के 14 घरों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया. इस दौरान घर में रखे 4 सिलेंडर फट गए, जबकि चार मवेशी जलकर खाक हुए हैं. आग लगने का कारण प्रथम दृष्टि शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है पूरे मामले की जांच की जा रही.

पढ़ें-- त्यूणी में दर्दनाक घटना, आवासीय छानी में आग लगने से दो लोग जिंदा जले, मौके पर ही तोड़ा दम

चंपावत भीषण अग्निकांड में 14 मकानों जलकर हुए खाक.

चंपावत: उत्तराखंड के चंपावत जिले में बड़ा हादसा हो गया. यहां लड़ा गांव में आग लगने से दो मंजिला मकान जलकर खाक हो गए. आग इतनी भयावह थी कि उसने 14 मकानों की बाखली को अपने चपेट में ले लिया, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया. वहीं बताया जा रहा है कि इस आग्निकांड में तीन मवेशी भी झुलस गए.

देर रात लगी आग से पूर इलाके में आफरा-तफरी का माहौल गया था. जिस वक्त ये हादसा हुआ, घर में चार लोग सो रहे थे. उन्हें ग्रामीणों, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने बाहर निकाला. पुलिस और राजस्व विभाग की टीम एक मवेशी को भी सुरक्षित बाहर निकाले में कामयाब रही है, लेकिन तीन मवेशियों की आग में जिंदा झुलकर मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक ये घटना देर रात को चंपावत जिले के पाटी के रौलामेल ग्राम पंचायत के दूरस्थ गांव लड़ा में घटित हुई थी. बताया जा रहा है कि पहले एक घर में आग की लपटें निकली, जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हवा तेज होने के कारण आग की लपटें कुछ ही देर में आसपास के लकड़ी के घरों तक फैल गई.

ग्रामीणों की मानें तो इस दौरान आग घर में रखे सिलेंडर तक पहुंच गई और चार सिलेंडरों में विस्फोट होने के कारण आग ज्यादा भयावह हो गई. ग्रामीणों ने हो-हल्ला मचाकर घर में सो रहे चार लोगों हीरा देवा, राधिका देवी, प्रीति और भुवन चंद्र को जगाया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला.

वहीं ग्रामीणों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. पहाड़ी रास्ता और दूरस्थ गांव होने के कारण फायर ब्रिगेड की टीम काफी देर से घटना स्थल पहुंची. तब कहीं जाकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक 14 मकान जलकर राख हो गए. पीड़ितों का कहना है कि इस अग्निकांड में उनका करीब 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. हालांकि आग कैसे लगे इसकी अभीतक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

वहीं, अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को मुताबिक प्रमोद गहतोड़ी नाम के व्यक्ति ने देर रात करीब 11:00 बजे घटना की सूचना दी थी. इसके बाद लोहाघाट से अग्निशमन की गाड़ी को मौके पर भेजा गया. बताया जा रहा है कि लोहाघाट से घटनास्थल तक गाड़ी को पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे लग गए. अधिक दूरी होने के चलते अग्निशमन की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पाई जिसके चलते भारी नुकसान हुआ है.

ग्रामीण प्रमोद गहतोड़ी ने बताया कि घटना करीब 10:30 बजे रात की है. पहले एक मकान में आग लगी थी, जिसके बाद आग इनती विकराल हो गई कि आसपास के 14 घरों को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया. इस दौरान घर में रखे 4 सिलेंडर फट गए, जबकि चार मवेशी जलकर खाक हुए हैं. आग लगने का कारण प्रथम दृष्टि शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है पूरे मामले की जांच की जा रही.

पढ़ें-- त्यूणी में दर्दनाक घटना, आवासीय छानी में आग लगने से दो लोग जिंदा जले, मौके पर ही तोड़ा दम

Last Updated : Apr 5, 2024, 2:07 PM IST
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