जमशेदपुरः झारखंड में रेलवे जोन बनाने की मांग एक बार फिर उठने लगी है. इसे लेकर शनिवार को जमशेदपुर के सांसद बिद्युत बरण महतो सहित झारखंड के 13 सांसदों ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की. इस दौरान झारखंड का अपना रेलवे जोन बनाने की मांग को लेकर एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा गया है.
अत्यधिक व्यस्त रेल ट्रैफिक को कंट्रोल करने में होगी सुविधा
सांसदों ने रेल मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि झारखंड में अत्याधुनिक सेवाओं से युक्त वंदे भारत एक्सप्रेस समेत राजधानी और इंटरसिटी एक्सप्रेस जैसे ट्रेनों का परिचालन हो रहा है और वृहद स्तर पर राज्य में रेल इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास जारी है. इसके साथ ही रेलवे को मालगाड़ियों से प्राप्त हो रहे राजस्व में झारखंड का विशिष्ट योगदान है. हम सभी सांसदों का मानना है कि तमाम सुविधाओं और अत्यधिक रेल ट्रैफिक होने के कारण झारखंड का अपना अलग रेलवे जोन होना उचित होगा.
झारखंड का अलग रेलवे जोन बनने से रेलवे के राजस्व में होगी बढ़ोतरी
झारखंड के सांसदों ने कहा कि हमें विश्वास है कि अलग रेलवे जोन बनाए जाने से रेलवे के राजस्व में बढ़ोतरी होगी और राज्य का सर्वांगीण विकास होगा. साथ ही रेल प्रबंधन बेहतर और सरल बनेगा. इस जोन के लिए राज्य की राजधानी रांची उपयुक्त होगी. अतः हम सब झारखंड वासियों की ओर से आपसे निवेदन हैं कि इस महत्वपूर्ण मामले पर संज्ञान लेते हुए जनहित में उचित कार्रवाई करने की कृपा करें.
इन सांसदों का सौंपे गए ज्ञापन में है हस्ताक्षर
ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालों में सांसद बिद्युत बरण महतो के अलावा जयंत सिन्हा, अर्जुन मुंडा, आदित्य प्रसाद, समीर उरांव, सुनील सोरेन, सुनील कुमार सिंह, दीपक प्रकाश, बीडी राम, सुदर्शन भगत, अन्नपूर्णा देवी, चंद्र प्रकाश चौधरी और संजय सेठ शामिल हैं.
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