रांची: भारत को कुपोषण मुक्त बनाने के संकल्प के साथ 01 सितंबर से शुरू हुआ राष्ट्रीय पोषण माह आज संपन्न हो गया. रांची के शौर्य सभागार में आज 7वें पोषण माह का समापन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी शामिल हुईं.
7वें राष्ट्रीय पोषण माह के समापन समारोह में राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री ने रांची से ही देश के 11000 से अधिक सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों का ऑनलाइन उद्घाटन किया. डोरंडा स्थित जैप शौर्य सभागार में राष्ट्रीय पोषण माह के समापन कार्यक्रम में 12 राज्यों के आईसीडीएस कर्मी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े.
कई एक्टिविटी हुईं आयोजित
राष्ट्रीय पोषण माह के समापन समारोह में पोषण माह के दौरान आयोजित एक्टिविटी जैसे अन्नप्राशन, गोद-भराई, आओ तोड़े कुपोषण चक्र से संबंधित लघु फिल्म और सक्षम आंगनबाड़ी का उद्घाटन, कुपोषण दूर करने के लिए राज्यों द्वारा किए गए बेहतर कार्यों की प्रस्तुति की गई. सातवें राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के समापन समारोह में आंगनबाड़ी गतिविधियों से संबंधित कई प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसका अतिथियों ने अवलोकन किया. पोषण वाटिका, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन, पोषण भी पढ़ाई भी, बाल सुरक्षा, समर, सामाजिक सुरक्षा, पीवीटीजी, स्वयं सहायता समूह समेत कई स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहे.
कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास सचिव अनिल मल्लिक, अपर सचिव ज्ञानेश भारती, संयुक्त सचिव पल्लवी अग्रवाल और झारखंड महिला एवं बाल विकास सचिव मनोज कुमार समेत कई अन्य अधिकारी, आईसीडीएस के पदाधिकारी, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं भी शामिल हुईं.
कुपोषण दूर करने में आंगनबाड़ी केंद्रों की भूमिका अहम
इस अवसर पर राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि कुपोषण को दूर करने में आंगनबाड़ी केंद्रों की भूमिका अहम है, अब सक्षम आंगनबाड़ी से पोषण भी पढ़ाई भी का संकल्प पूरा होगा. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका और सुविधाओं में वृद्धि से बच्चों के सर्वांगीण विकास में तेजी आएगी.
वहीं, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में महिला एवं बाल विकास विभाग की भूमिका अहम होगी. देश के दो लाख से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी बनाना है.
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