रेवाड़ी: हरियाणा सहकारिता विभाग में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले में शुक्रवार को रेवाड़ी कोर्ट में आरोपियों की पेशी हुई. घोटाले में शामिल आरोपी अनु कौशिक और रामकुमार अभी जेल में ही बंद है, जबकि स्टालिनजीत समेत अनु कौशिक की बहन, माता-पिता और अन्य आरोपी फिलहाल जमानत पर है. मामले में अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी.
घोटाला करने वालों पर संगीन आरोप: अगली तारीख पर अनु कौशिक और रामकुमार को भी कोर्ट में पेश होना होगा. बता दें कि भ्रष्टाचार के इस केस में एंटी करप्शन ब्यूरो के गुरुग्राम थाने में 4 अलग-अलग FIR दर्ज की थी. इनमें FIR नंबर-21, 22, 23 और 29 में आरोपियों की पेशी हुई. गुरुग्राम के ACB थाना में दर्ज FIR में अनु कौशिश समेत अन्य लोगों के खिलाफ कई संगीन धाराओं में केस दर्ज है. इनमें 10 साल तक की सजा का प्रावधान है. घोटाले के आरोपियों के खिलाफ 409, 420, 120B IPC, 467, 468, 4171, 201 & सेक्शन 7, 8, 13(1) b read with 13(2) of PC एक्ट की धाराएं शामिल की गई हैं.
घाटोले की मास्टमाइंड अनु कौशिक: एंटी करप्शन ब्यूरो टीम इस 100 करोड़ के घोटाले की मास्टरमाइंड असिस्टेंट रजिस्ट्रार अनु कौशिश और बिजनेसमैन स्टालिनजीत सिंह को बता रही है. इन्होंने ही फेक बिल और फर्जी कंपनियों के नाम पर सरकारी पैसे को ठिकाने लगाया. साथ ही अपने बैंक अकाउंट का पैसा हवाला के जरिए दुबई और कनाडा तक पहुंचाया. ये दोनों भी विदेश भागने की फिराक में थे. लेकिन हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को इसकी भनक लग गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
कौशिक फैमिली पर कानूनी शिकंजा: ACB ने 13 मई 2023 को गुरुग्राम में 21 नंबर FIR दर्ज कराई थी. इस FIR में घोटाले की मास्टरमाइंड अनु कौशिश की कनाडा में रहने वाली बहन गुंजन कौशिक, दूसरी बहन नताशा कौशिक और उसके पिता और मां के नाम शामिल किए गए. इस केस में अभी तक गुंजन को छोड़कर एसीबी सभी की गिरफ्तारी कर चुकी है. अनु अभी जेल में हैं, अन्य लोग बेल पर बाहर आए हुए हैं. रेवाड़ी कोर्ट से नताशा कौशिश को 23 जनवरी 2024 को ही बेल मिली थी.
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