मंडी: माता शिकारी देवी में लोगों की अटूट आस्था है. हर साल प्रदेश व देश के लाखों श्रद्धालु माता के खुले दरबार के दर्शन करने आते हैं लेकिन इस बार शहरों में तपती गर्मी को देखते हुए माता शिकारी देवी में श्रद्धालुओं का तांता दोगुना देखने को मिल रहा है.
मंदिर कमेटी की मानें तो इस बार माता शिकारी देवी में आने वाले श्रद्धालु अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ देंगे. बीते एक सप्ताह की बात की जाए तो यहां 1 लाख 70 हजार से अधिक श्रद्धालु माता के दर्शन करने आ चुके हैं. बीते रविवार को श्रद्धालुओं की 1140 गाड़ियां शिकारी देवी पहुंची थीं.
इस दौरान श्रद्धालु दर्शनों के लिए घंटों लाइनों में खड़े होकर इंतजार करते दिखे. वहीं, बीते एक सप्ताह में शिकारी देवी में श्रद्धालुओं की 20 हजार गाड़ियां पहुंची थीं. शिकारी देवी जाने के छह से आठ रास्ते हैं जिसमें दो सड़क मार्ग और अन्य पैदल मार्ग हैं. माता शिकारी देवी की ओर मुख्यतः चैलचौक वाया जंजैहली-हुलास-रायगढ़ होकर पहुंचा जाता है. इसी मार्ग से ही पिछले एक सप्ताह में करीब 10 हजार गाड़ियां माता के प्रांगण में पहुंची हैं.
साल 2023 में आए थे बहुत कम श्रद्धालु:
बीते साल समय से पहले बरसात के आने के कारण माता शिकारी देवी में करीब आठ से दस लाख श्रद्धालु ही पहुंचे थे. माना जा रहा है कि पिछले साल 28 मार्च से ही सराज में बरसात शुरू हो चुकी थी जो अगस्त से सितम्बर माह तक चली.
वहीं, नवम्बर माह में चार महीने के लिए कपाट बंद हुए थे जिसके कारण माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु कम संख्या में पहुंचे थी. वहीं, इस बार अत्यधिक गर्मी के कारण लोग माता शिकारी देवी के दरबार में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. एसडीएम थुनाग ललित पोसवाल ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि पहाड़ियों पर कूड़ा-कर्कट जगह-जगह लगे कूड़ेदान में ही डालें. इससे प्राकृतिक सुंदरता बनी रहेगी.
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