कालना: तैराक सयानी दास शुक्रवार को नॉर्थ चैनल को पार करने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं. पूर्वी बर्दवान की इस लड़की ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में 13 घंटे और 22 मिनट का समय लिया. सयानी ने यह उपलब्धि हासिल की और उत्तरी चैनल जीतने वाली महाद्वीप की पहली महिला के रूप में सात समुद्रों में से अपना पांचवां दावा किया.
सयानी दास ने रचा इतिहास
सुगर और जिब्राल्टर के जलडमरूमध्य को तैराक को हासिल करना बाकी है. अगर वह अगले दो जीत जाती है, तो 26 वर्षीय सयानी ओशन सेवन चैलेंज का ताज जीत जाएगी. सयानी ने इससे पहले 2017 में इंग्लिश चैनल पार किया था, फिर 2019 में उन्होंने अमेरिका के कैटालिना स्ट्रेट को तैरकर पार किया. बंगाल की इस लड़की ने 2022 में अमेरिका में मोलोकाई और अप्रैल 2024 में न्यूजीलैंड में कुक स्ट्रेट जीता है.
सयानी ने अपनी उपलब्धि के बाद क्या कहा
सयानी ने अपनी उपलब्धि के बाद कहा, 'प्रतिकूल वातावरण में ऐसे चैनल पार करना चुनौतीपूर्ण है. अत्यधिक ठंड, तेज पानी की धाराएं, समुद्री हवाएं, उत्तरी चैनल में जेलीफिश या शार्क का डर भी है'. ये सब कुछ अनदेखा करते हुए सयानी ने आखिरकार इतिहास में अपना नाम दर्ज करा ही दिया. चूंकि उत्तरी चैनल को ओशन सेवन चैलेंज में सबसे कठिन कोर्स माना जाता है, इसलिए कालना शहर के बरुईपारा इलाके की रहने वाली सयानी के लिए यह एक कठिन चुनौती थी.
उत्तरी आयरलैंड और स्कॉटलैंड के बीच की दूरी 34.5 किमी है, लेकिन मौसम की वजह से यह दूरी 45 किमी हो गई. इसके अलावा, जून और सितंबर के बीच तापमान 10-14 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है.
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने पांचवीं चुनौती यानी नॉर्थ चैनल पार कर ली है. मुझे इसमें 13 घंटे और 22 मिनट लगे. मैं इस चैनल को पार करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई. मैं पांच चैनल पार करने वाली एशियाई महाद्वीप की पहली महिला तैराक हूं. दो और चैनल बचे हैं, जिब्राल्टर और जापान. मैं आगे और बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करती रहूंगी'.