मुंबई: प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) सीजन 11 के खिलाड़ियों की नीलामी 15-16 अगस्त 2024 को मुंबई में मशाल स्पोर्ट्स द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित की गई. तमिल थलाइवाज द्वारा अपने साथ जोड़े गये सचिन इस दो दिवसीय इवेंट में सबसे महंगे खिलाड़ी के रूप में उभरे. उन्हें 2.15 करोड़ रुपये में खरीदा गया. पीकेएल सीजन 11 के खिलाड़ियों की नीलामी के दौरान 12 फ्रेंचाइजी टीमों ने कुल 118 खिलाड़ियों के लिये सफल बोली लगाई गई.
श्रेणी सी के खिलाड़ियों ने बाजी मारी
अजित वी कुमार इस साल के प्लेयर्स ऑक्शन में श्रेणी सी में उस समय सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए, जब उन्हें पुणेरी पल्टन ने 66 लाख रुपये में खरीदा था. वहीं जय भगवान को बेंगलुरु बुल्स ने 63 लाख रुपये में खरीदा.
कैटेगरी डी के खिलाड़ी भी सुर्खियों में
अर्जुन राठी कैटेगरी डी के सबसे महंगे खिलाड़ी बनकर उभरे. उन्हें बंगाल वॉरियर्स ने 41 लाख रुपये में खरीदा. इसके अलावा, मोहम्मद अमन को पुणेरी पल्टन टीम ने 16.2 लाख रुपये में खरीदा और स्टुअर्ट सिंह को यू मुंबा ने 14.2 लाख रुपये में खरीदा.
मशाल स्पोर्ट्स के हेड स्पोर्ट्स लीग और प्रो कबड्डी लीग के लीग कमिश्नर श्री अनुपम गोस्वामी ने कहा, 'मैं पीकेएल के सभी हितधारकों को एक और शानदार पीकेएल प्लेयर ऑक्शन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. पहले दिन रिकॉर्ड आठ खिलाड़ियों ने 1 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया. यह देखना उल्लेखनीय था कि दूसरे दिन अजीत वी कुमार और जय भगवान जैसे कैटेगरी सी के खिलाड़ियों ने 60 लाख से अधिक की मजबूत बोली हासिल की. मुझे यह देखकर बेहद खुशी हुई कि सभी फ्रेंचाइजी ने अच्छी तरह से संतुलित टीमें बनाई हैं, जो पीकेएल सीजन 11 को बेहद प्रतिस्पर्धी बनाने का वादा करती हैं'.
प्लेयर ऑक्शन के स्टार रेडर सचिन ने तमिल थलाइवाज द्वारा 2.15 करोड़ रुपये की सबसे अधिक बोली के साथ खरीदे जाने के बारे में कहा, 'मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरे लिये इतनी बड़ी बोली लगेगी. तमिल थलाइवाज में शामिल होना वाकई अच्छा लग रहा है. यह निश्चित रूप से मेरे लिए जीवन बदलने वाला क्षण है. टीम ने मेरी क्षमताओं पर भरोसा जताया है और मैं निश्चित रूप से आगामी सीज़न में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा'.
इस बीच हाई-फ्लायर पवन सेहरावत जो 1.725 करोड़ रुपये में तेलुगु टाइटन्स में वापस आए. उन्होंने कहा, 'मुझे पता था कि तेलुगु टाइटन्स मेरे लिए एफबीएम कार्ड का उपयोग करेंगे. मैं पिछले सीज़न में जिस काम के लिए खरीदा गया था, वह नहीं कर सका था, लेकिन मुझे फ्रैंचाइज़ी के साथ अपने अधूरे काम को पूरा करने का एक और मौका मिला है. मैंने पहले भी तेलुगु टाइटन्स के नए हेड कोच कृष्ण कुमार हुड्डा के साथ काम किया है और मुझे उनकी देखरेख में खेलने का शानदार अनुभव रहा है. वह एक अनुभवी कोच हैं और वह जानते हैं कि अपने रेडर्स से कैसे प्रदर्शन करवाना है'.