नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने इतिहास रच दिया है. विनेश फोगाट ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हो गई है. इसके साथ ही उन्होंने ओलंपिक में सिल्वर मेडल भी पक्का कर लिया है. विनेश ओलंपिक तीन बार ओलंपिक में भाग ले चुकी है और पहली बार उन्होंने पदक पक्का किया है.
A torn ligament. A lower weight category. An unbeaten world champion. Nothing stands in her way. Can’t wait to cheer @Phogat_Vinesh as she goes for gold. Your resilience and strength inspire us all. What an inspiring day, here’s hoping for one more! 🌟🇮🇳 #Paris2024 #Wrestling… pic.twitter.com/3AZ56wKEEZ
— Abhinav A. Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) August 6, 2024
महिला कुश्ती के 50 किग्रा वर्ग में विनेश फोगट की ऐतिहासिक जीत ने देशवासियों की प्रशंसा और ध्यान आकर्षित किया है. भारत के पूर्व गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा ने लिखा, 'एक फटा हुआ लिगामेंट, कम वजन वर्ग, एक अजेय विश्व चैंपियन. कोई भी बाधा उसके रास्ते में नहीं आ सकती'
अभिनव बिंद्रा ने विनेश फोगट की बाधाओं को सटीक व्यक्त किया, कुछ ही समय बाद वह ओलंपिक में फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं. विनेश फोगाट का यहां तक पहुंचने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है. कुश्ती के मैदानों से दूर, विनेश और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित उनके साथी पहलवान पिछले साल एक अलग लड़ाई लड़ रहे थे.
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख ब्रज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की वह लगातार मांग कर रहे थे. इन सभी पहलवानों ने उन पर कई महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था, जिससे यह पूरे देश में खूब चर्चा हुई और विवाद खड़ा हो गया था. इसके बाद भी महिला पहलवानों ने हिम्मत नहीं हारी है, क्योंकि पहलवान जंतर-मंतर पर डटे रहे.
इसके बाद जो तस्वीरें सामने आई, उन्होंने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. क्योंकि महिला पहलवानों को जंतर मंतर पर पुलिस के साथ संघर्ष करना पड़ा. जिसके बाद नीरज चोपड़ा सहित शीर्ष एथलीटों ने अपना समर्थन व्यक्त किया. उस समय नीरज ने भी महिला पहलवानों के सपोर्ट करते हुए एक्स पर लिखा था, 'मुझे यह देखकर दुख हुआ, इससे निपटने का कोई बेहतर तरीका होना चाहिए.
उसके बाद WFI को निलंबित कर दिया गया और बृज भूषण शरण सिंह चुनाव में खड़े नहीं हुए, हालांकि WFI के नए अध्यक्ष चुने गए संजय सिंह को भी पहलवानों के गुस्से का सामना करना पड़ा. फरवरी 2024 में विनेश फोगट ने कुश्ती के मैदान पर वापसी की और 55 किग्रा वर्ग में राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती.
उसके बाद अंतिम पंघाल के 53 किग्रा वर्ग में क्वालीफाई करने के बाद विनेश ने अपना वजन 3 किग्रा घटाया और 50 किग्रा में प्रतिस्पर्धा की, एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप और एशियाई ओलंपिक खेलों के क्वालीफायर के लिए चयन ट्रायल में लाइटर डिवीजन में विजेता के रूप में उभरीं.
अप्रैल में, विनेश ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर फाइनल में प्रवेश करके महिलाओं की 50 किग्रा श्रेणी में ओलंपिक कोटा अर्जित किया.
चार महीने बाद, विनेश अब कुश्ती में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं. वह पहले ही जापानी विश्व नंबर 1 और मौजूदा ओलंपिक चैंपियन युई सुसाकी को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की पहली हार दे चुकी हैं. फिर क्यूबा की युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़ को हराने से पहले यूक्रेन की 2018 की यूरोपीय चैंपियन ओक्साना लिवाच को हराया. गुरुवार को, फोगट अपने करियर के सबसे बड़े मैच में एक्शन में उतरेंगी.