नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 के एथलेटिक्स स्पर्धा में भारत का निराशजनक प्रदर्शन लगातार जारी रहा. राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक पारुल चौधरी और जेसविन एल्ड्रिन रविवार को ओलंपिक में क्रमश: महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज और पुरुषों की लंबी कूद के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही.
🇮🇳😓 𝗛𝗮𝗿𝗱 𝗹𝘂𝗰𝗸 𝗳𝗼𝗿 𝗝𝗲𝘀𝘄𝗶𝗻 𝗔𝗹𝗱𝗿𝗶𝗻! A good effort from Jeswin Aldrin but he failed to qualify for the final of the men's long jump event, following his failure to jump the qualification standard of 8.15m. He finished 13th in his qualification group with a… pic.twitter.com/aIXnS99P5m
— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) August 4, 2024
पारुल अपनी हीट रेस में आठवें और कुल मिलाकर 21वें स्थान पर रहीं और इस तरह पेरिस ओलंपिक में उनका अभियान समाप्त हुआ. 29 वर्षीय पारुल ने खेलों से पहले कुछ महीनों तक अमेरिका में उच्च ऊंचाई पर प्रशिक्षण लिया था और उन्होंने यह दूरी नौ मिनट 23.39 सेकंड में पूरी की. यह इस सत्र का उनका सर्वश्रेष्ठ समय था लेकिन 2023 बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में उनके राष्ट्रीय रिकॉर्ड 9:15.31 से काफी कम था.
गत ओलंपिक चैंपियन युगांडा के पेरुथ चेमुताई ने 9:10.51 के साथ हीट नंबर एक जीती, जबकि केन्या के फेथ चेरोटिच (9:10.57) और जर्मनी के गेसा फेलिसिटास क्राउसे (9:10.68) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. इससे पारुल का अभियान समाप्त हो गया, जो अंकिता ध्यानी के साथ महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ के लिए भी अर्हता प्राप्त करने में असफल रही थी.
पारुल ने 9:23.00 के प्रवेश मानक को तोड़ने के बाद 3000 मीटर स्टीपलचेज के लिए सीधे योग्यता प्राप्त की थी. ललिता बाबर 2016 रियो ओलंपिक में फाइनल राउंड के लिए अर्हता प्राप्त करने वाली एकमात्र भारतीय महिला 3000 मीटर स्टीपलचेजर थीं, जहां वह अंततः 10 वें स्थान पर रही थीं.
पुरुषों की लंबी कूद के क्वालिफिकेशन राउंड 8.15 मीटर के स्वत: योग्यता अंक को पार करने वाले सभी एथलीट या कम से कम 12 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी फाइनल राउंड में पहुंच जाते हैं. 22 वर्षीय एल्ड्रिन इस साल 8 मीटर की ऊंचाई को छूने में सक्षम नहीं रहे हैं और उन्होंने विश्व रैंकिंग के माध्यम से अंतिम समय में पेरिस खेलों में जगह बनाई. एल्ड्रिन का इस सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7.99 मीटर और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 8.42 मीटर रहा है.