नई दिल्ली : पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेर रमीज राजा अक्सर अपने बयानों के लिए चर्चाओं में बने रहते हैं. उन्होंने कई मौकों पर कई खिलाड़ियों को लेकर बड़े-बड़े बयान दिए हैं, जिससे वो सुर्खियों में आ जाते हैं, लेकिन आज हम आपको उनके जिस बयान के बारे में बताने वाले हैं, वो उन्होंने किसी क्रिकेटर नहीं बल्कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और सेना अधिकारी रहे दिवंगत मुहम्मद जिया उल हक के बारे में दिया है.
क्रिकेट मैच रोककर जब बीच मैदान पर मारने जाने लगे कोड़े
रमीज राजा ने मुहम्मद जिया उल हक के द्वारा पाकिस्तान में लगाए गए मार्शल लॉ से जुड़ी ऐतिहासिक और पुरानी घटना के बारे में एक निजी यूट्यूब चैनल पर पॉडकास्ट में बात की है. रमीज ने कहा, 'जिया उल हक का मार्शल लॉ लगा हुआ था. हम गुजरांवाला में चार दिनों का फर्स्ट क्लास मैच खेल रहे थे. स्टेडियम खाली था, अचानक लोग आना शुरू हो गए. 500 का ग्रुप, 1000 का ग्रुप, 10 का ग्रुप, इस तरह से लोग आना शुरू हो गए. लो जी आठ, दस हजार लोगों से स्टेडियम भर गए. हमने कहा जी पता नहीं क्यो होने वाला था. इसके बाद वहां कुछ पुलिसकर्मी आए. उन्होंने पूछा कप्तान कौन है, मैं कप्तानी कर रहा था और फील्ड में था. पुलिसकर्मियों ने कहा, विकेटों को हटाओ यहां पर कोड़े बजने हैं. हम इन कैदी को सजा के तौर पर कोड़े मारने जा रहे हैं'.
रमीज आगे कहते हैं, 'हम एकदस से हैरान हो गए. उस समय कैदी साथ, पुलिस वाले साथ और कोड़े मारने वाला भी साथ था. इसके बाद जहां शॉर्ट लेग की फील्ड लगी होती है, हम वहां पर लाइन लगाकर सभी खिलाड़ी खड़े हो गए. कोड़े मारने वाले ने इंसान ने कैदी को खड़ा किया और हारिस रऊफ जैसा लंबा रनअप लिया और झटका करके कोड़े मारना शुरू कर दिया. वो चिल्लाने लगा आह... लेकिन वो उस भीड़ का हीरो बन गया. इस सब के दौरान अच्छा हालत हमारी पतली थी. इसके बाद हमने फिर वहां विकेटें लगाईं और सारे 10 हजार की भीड़ गायब हो गई. हमने फिर मैच खेलना शुरू कर दिया. ये मेरे लिए एक ऐतिहासिक पल था'.
कौन थे मुहम्मद जिया उल हक
मुहम्मद जिया उल हक पाकिस्तान की सैना के अधिकारी थे. इसके बाद वो पाकिस्तान के पूर्व राष्टपति भी थे. उनको एक तानाशाह के नाम से भी जाना जाता था. वो हमेशा अपने गुस्सेल रवैए और कड़े फैसलों के लिए जाने जाते थे. उन्होंने पाकिस्तान के दूसरे सैना अध्यक्ष और देश के छठे राष्टपति के रूप में कार्य किया. जिया उल हक 1 मार्च 1976 से अपनी मृत्यु तक पाकिस्तानी सेना में काम करते थे. उनकी मौत 17 अगस्त 1988 को सतलुज नदी के पास बहावलपुर में एक विमान दुर्घटना में हुई थी, जिसमें उनके साथ उनके करीबी सहायक अख्तर अब्दुर रहमान, अमेरिकी राजनयिक अर्नोल्ड लुईस राफेल वे अन्य 27 लोगों की मौत हो गई थी.
कैसा रहा रमीज राजा का सफर
आपको बात दें कि रमीज राजा 1980 और 1990 के दशक में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कप्तानी में 1992 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम का भी रमीज हिस्सा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने 2021 से लेकर 2022 तक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष में भी अपनी सेवाएं दी हैं. वो आज कल मैदान पर कमेंट्री करते हुए दिखते हैं, इसके साथ ही उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल 'रमिज स्पीक्स' खोला है, जिस पर वो अक्सर अपने विचार साझा करते हैं. रमीज राजा ने पाकिस्तान के लिए 57 टेस्ट मैचों की 94 पारियों में 2 शतक और 22 अर्धशतकों के साथ 2833 रन बना हैं. उनके नाम 198 वनडे मैचों में 9 शतक और 31 अर्धशतकों के साथ 5814 रन दर्ज हैं.