नई दिल्ली: इंग्लिश खिलाड़ियों को पीएसएल 2025 खेलने की अनुमति न देना और लीग से कई विदेशी क्रिकेटरों के नाम वापस लेने से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पीसीबी परेशान है. इसके अलावा यह भी संभावना जताई जा रही है कि अगले साल पीएसएल और आईपीएल सीजन की तारीख एक साथ टकरा सकती है, जिस से खिलाड़ियों की अवेलेबिलिटी टीम फ्रेंचाइजी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है.
खिलाड़ियों की अवेलेबिलिटी टीम फ्रेंचाइजी के लिए सबसे बड़ी प्रॉब्लम
इस प्रॉब्लम से बचने के लिए पीएसएल के फ्रेंचाइजी मालिकों ने हाल ही में आईपीएल नीलामी में अनसोल्ड विदेशी खिलाड़ियों की सूची पीसीबी को सौंपी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे पाकिस्तान सुपर लीग खिलाड़ियों के ड्राफ्ट के लिए पंजीकृत हैं.
JONNY BAIRSTOW UNSOLD...!!! 🤯 pic.twitter.com/kzyhS3NQvR
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 24, 2024
पीएसएल और आईपीएल की तारीख टकराने की संभावना
पीएसएल और आईपीएल के आगामी सीजन की तारीख एक-दूसरे के साथ टकराने की संभावना है. जिसकी वजह से अधिकांश खिलाड़ी पीएसएल में खेलने के बजाए भारतीय लीग आईपीएल में खेलना पसंद करेंगे. आपको बता दें कि डेविड वार्नर, केन विलियमसन, आदिल राशिद, एलेक्स कैरी, केशव महाराज, शाई होप, डेरिल मिशेल, जॉनी बेयरस्टो, अकीला हुसैन सहित कई हाई-प्रोफाइल विदेशी क्रिकेटर आईपीएल 2025 की नीलामी में नहीं बिके.
- 6,565 runs.
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 25, 2024
- 62 fifties.
- 4 hundreds.
- 2015, 2017 & 2019 orange caps.
- 2016 IPL winning captain.
THE DAVID WARNER ERA ENDS IN THE IPL - ONE OF THE GREATEST EVER. ❤️ pic.twitter.com/QK6z9NMHA0
पीएसएल टीम के मालिक क्या चाहते हैं?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक "पीएसएल टीम के मालिक चाहते हैं कि पीसीबी इन खिलाड़ियों के एजेंटों और बोर्ड से बात करे और पीएसएल 2025 के लिए उनकी उपलब्धता की पुष्टि करें." अगर आईपीएल के अनसोल्ड खिलाड़ी पीएसएल के लिए उपलब्ध रहते हैं तो फिर पीएसएल फ्रेंचाइजी उन खिलाड़ियों को खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाएं.
पीएसएल फ्रैंचाइज़ी खिलाड़ियों का ड्राफ्ट लंदन या दुबई में करवाना चाहते हैं
इसके अलावा पीसीबी भी भारत की तरह लंदन या दुबई में पीएसएल के लिए खिलाड़ियों का ड्राफ्ट आयोजित करने की योजना बना रहा है. पिछले महीने सऊदी अरब के जेद्दा में आईपीएल की मेगा नीलामी हुई थी. पीएसएल फ्रैंचाइज़ी खिलाड़ियों का ड्राफ्ट लंदन या दुबई में करवाने के पक्ष में हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे लीग की ब्रांड छवि में सुधार होगा.