रोहित कुमार सोनी, देहरादून: उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल के तहत अलग-अलग जगहों पर तमाम प्रतियोगिताएं हो रही है. इसी कड़ी में देहरादून स्थित रजत जयंती खेल परिसर में चल रही शूटिंग प्रतियोगिता संपन्न हो गई है. शूटिंग प्रतियोगिता के आखिरी दिन 50 मीटर एयर राइफल 3 पोजीशन पुरुष फाइनल काफी रोमांचक रहा. इस फाइनल प्रतियोगिता में सर्विसेज के नीरज कुमार ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
शूटिंग इवेंट में नीरज कुमार ने जीता गोल्ड मेडल: पंजाब के रहने वाले नीरज कुमार नेवी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 50 मीटर एयर राइफल 3 पोजीशन पुरुष वर्ग में सर्विसेज के नीरज कुमार ने 464.1 अंकों के साथ गोल्ड मेडल जीता है. जबकि, मध्य प्रदेश के ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने 462.4 अंकों के साथ सिल्वर मेडल और महाराष्ट्र के स्वप्निल सुरेश कुसेल ने 447.7 अंकों के साथ ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है.
पंजाब के रहने वाले हैं नीरज कुमार: ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में सर्विसेज के शूटिंग गोल्ड मेडलिस्ट नीरज कुमार ने बताया कि वो पंजाब के रहने वाले हैं. वर्तमान समय में नेवी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और उनकी पोस्टिंग तमिलनाडु में है. ऐसे में ट्रेनिंग के लिए नेवी की ओर से उनको कभी भी कहीं भी भेज दिया जाता है.
![Neeraj Kumar of Services won Gold Medal in Shooting](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/uk-deh-02-games-vis-7211404_06022025172139_0602f_1738842699_922.png)
मेडल जीतने के लिए दिया अपना बेस्ट परफॉर्मेंस: गोल्ड मेडलिस्ट नीरज कुमार ने बताया कि मेडल जीतना एक चुनौती होती है, लेकिन खेल के दौरान बस अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देना होता है. दिमाग को बिल्कुल फ्री रखते हुए बस यही कोशिश करते हैं कि अपना बेस्ट से बेस्ट एफर्ट लगाकर खेल खेलें.
नेवी की तरफ से खेलते हैं गेम्स: उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स कोटे के तहत नेवी में एंट्री ली थी. लिहाजा, वो नेवी की तरफ से सिर्फ गेम खेलते हैं, बाकी नेवी के किसी भी सर्विस में अपनी सेवाएं नहीं देते हैं. हालांकि, जब ऑफ सीजन होता है या फिर खेल नहीं हो रहे होते हैं, उस दौरान वे नेवी में अपनी सेवाएं देते हैं.
![Neeraj Kumar of Services won Gold Medal in Shooting](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/uk-deh-02-games-vis-7211404_06022025172139_0602f_1738842699_540.png)
ओलंपिक के लिए कर रहे ट्रेनिंग: नीरज ने बताया कि वो ओलंपिक के लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं. उनका मुख्य गोल ओलंपिक ही है. हालांकि, ओलंपिक गेम में दाखिल होने के लिए राष्ट्रीय खेल मात्र एक स्टेप है. लिहाजा, राष्ट्रीय खेलों के लिए किसी अलग तरह से उन्होंने ट्रेनिंग नहीं ली, बल्कि ओलंपिक के लिए जो सामान्य ट्रेनिंग कर रहे हैं, इस ट्रेनिंग के बल पर ही राष्ट्रीय खेलों में गोल्ड मेडल हासिल किया है.
नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद से ही आए थे: नीरज कुमार ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेल में वो गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद से ही आए थे. उन्होंने यहां पर गोल्ड मेडल जीता. ऐसे में अब दिल्ली में हो रहे नेशनल ट्रायल में प्रैक्टिस करेंगे. उन्होंने बताया कि उन्हें शूटिंग गेम पसंद है. इसलिए वो यह गेम खेल रहे हैं.
![Shooting Events](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/uk-deh-02-games-vis-7211404_06022025172139_0602f_1738842699_1105.png)
किसी को अच्छा लगे या ना लगे, उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता. ऐसे में युवाओं को कभी भी खुद कम नहीं आंकना चाहिए. साथ ही खेल में वो जितना ज्यादा से ज्यादा अपना एफर्ट्स डाल सकते हैं, उन्हें डालना चाहिए. सरकारों का भी गेम्स में काफी रुचि दिखाई दे रही है.
यही वजह है कि लगातार नेशनल गेम्स आयोजित किया जा रहे हैं. नीरज ने कहा कि एक वो दौर था, जब ये कहा जाता था कि 'पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब', लेकिन अब ऐसा नहीं रहा है. बल्कि, खेलकूद के क्षेत्र में भी युवा अपना बेहतर करियर बना सकते हैं.
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