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कुंबले और हरभजन नहीं, इस गेंदबाज के सामने धोनी को कीपिंग करना ज्यादा मुश्किल लगा

एमएस धोनी, मार्क बाउचर और एडम गिलक्रिस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले कीपर हैं.

एमएस धोनी
एमएस धोनी (Getty image)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : 2 hours ago

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपिंग कौशल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 में लंबे समय तक टीम इंडिया की विकेटकीपर के तौर पर सेवा की है.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद, वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए विकेटकीपिंग कर रहे है. 43 साल की उम्र में भी, वह अपने आकर्षक कैच और बेहतरीन स्टंपिंग से प्रभावित करते रहते हैं.

धोनी के पास विकेटकीपर के तौर पर काफी ज्यादा अनुभव है. उन्होंने कई अंतराष्ट्रीय अस्तर के टॉप बॉलर्स की विकेटकीपिंग की है और इस दौरान उन्होंने मुश्किल गेंदों को आसानी से कैच में भी तबदील किया है, लेकिन माही ने एक बार कहा था कि उन्हें हरभजन और कुंबले से ज्याद वीरेंद्र सहवाह के लिए कीपिंग करने में संघर्ष करना पड़ा.

वीरेंद्र सहवाह के सामने कीपिंग करना बहुत मुश्किल है.
धोनी ने अपने करियर के शुरुआती दौर में दिग्गज भारतीय गेंदबाजों के लिए विकेटकीपिंग की. उन्होंने कहा कि उस समय अनिल कुंबले या हरभजन सिंह के लिए विकेटकीपिंग करने से ज़्यादा मुश्किल वीरेंद्र सहवाग के लिए विकेटकीपिंग करना था.

नवंबर 2005 में टेस्ट डेब्यू करने से पहले माही ने 'ईएसपीएन क्रिकइन्फो' को दिए इंटरव्यू में बात की थी. जहां उनसे सवाल किया गया थी कि 'क्या भारतीय पिचों पर हरभजन जैसे गेंदबाजों को विकेटकीपिंग करना मुश्किल है?' इस पर धोनी ने जवाब दिया, 'यह थोड़ा मुश्किल है. अनिल भाई (कुंबले) और हरभजन सिंह दोनों को विकेटकीपिंग करना चुनौतीपूर्ण है. लेकिन निजी तौर पर, वीरेंद्र (वीरेंद्र सहवाग) के खिलाफ गेंदबाजी करना मेरे लिए ज़्यादा मुश्किल है. ऐसा कहकर धोनी हंस पड़ा और कहा कि अब मुझसे मत पूछिए क्यों.

बतौर गेंदबाज सहवाग का करियर
बता दें कि सहवाग ने अपने करियर के शुरुआती दौर में नियमित रूप से गेंदबाजी की, खासकर वनडे में. दिल्ली के रहने वाले सहवाग ने 146 वनडे में 96 विकेट भी लिए हैं. टेस्ट में उनके 91 पारियों में 40 विकेट हैं.

एमएस धोनी की विकेट कीपिंग
वहीं एमएस धोनी अपने करियर में सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा बतौर विकेटकीपर विकेट लेने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं. धोनी (829) मार्क बाउचर (998) और एडम गिलक्रिस्ट (905) के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले कीपर हैं.

माही ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उन्होंने 90 टेस्ट में 256 कैच लिए और 38 स्टंपिंग किए. उन्होंने 15 अगस्त, 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की भी घोषणा की. कुल मिलाकर, उन्होंने 350 वनडे मैचों में 321 कैच और 121 स्टंपिंग की. उन्होंने 98 टी20 में 57 कैच लिए और 34 स्टंपिंग की.

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मैं धोनी से 10 साल से बात नहीं करता! हरभजन सिंह का पूर्व कप्तान के बारे में चौंकाने वाला बयान

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपिंग कौशल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 में लंबे समय तक टीम इंडिया की विकेटकीपर के तौर पर सेवा की है.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद, वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए विकेटकीपिंग कर रहे है. 43 साल की उम्र में भी, वह अपने आकर्षक कैच और बेहतरीन स्टंपिंग से प्रभावित करते रहते हैं.

धोनी के पास विकेटकीपर के तौर पर काफी ज्यादा अनुभव है. उन्होंने कई अंतराष्ट्रीय अस्तर के टॉप बॉलर्स की विकेटकीपिंग की है और इस दौरान उन्होंने मुश्किल गेंदों को आसानी से कैच में भी तबदील किया है, लेकिन माही ने एक बार कहा था कि उन्हें हरभजन और कुंबले से ज्याद वीरेंद्र सहवाह के लिए कीपिंग करने में संघर्ष करना पड़ा.

वीरेंद्र सहवाह के सामने कीपिंग करना बहुत मुश्किल है.
धोनी ने अपने करियर के शुरुआती दौर में दिग्गज भारतीय गेंदबाजों के लिए विकेटकीपिंग की. उन्होंने कहा कि उस समय अनिल कुंबले या हरभजन सिंह के लिए विकेटकीपिंग करने से ज़्यादा मुश्किल वीरेंद्र सहवाग के लिए विकेटकीपिंग करना था.

नवंबर 2005 में टेस्ट डेब्यू करने से पहले माही ने 'ईएसपीएन क्रिकइन्फो' को दिए इंटरव्यू में बात की थी. जहां उनसे सवाल किया गया थी कि 'क्या भारतीय पिचों पर हरभजन जैसे गेंदबाजों को विकेटकीपिंग करना मुश्किल है?' इस पर धोनी ने जवाब दिया, 'यह थोड़ा मुश्किल है. अनिल भाई (कुंबले) और हरभजन सिंह दोनों को विकेटकीपिंग करना चुनौतीपूर्ण है. लेकिन निजी तौर पर, वीरेंद्र (वीरेंद्र सहवाग) के खिलाफ गेंदबाजी करना मेरे लिए ज़्यादा मुश्किल है. ऐसा कहकर धोनी हंस पड़ा और कहा कि अब मुझसे मत पूछिए क्यों.

बतौर गेंदबाज सहवाग का करियर
बता दें कि सहवाग ने अपने करियर के शुरुआती दौर में नियमित रूप से गेंदबाजी की, खासकर वनडे में. दिल्ली के रहने वाले सहवाग ने 146 वनडे में 96 विकेट भी लिए हैं. टेस्ट में उनके 91 पारियों में 40 विकेट हैं.

एमएस धोनी की विकेट कीपिंग
वहीं एमएस धोनी अपने करियर में सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा बतौर विकेटकीपर विकेट लेने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं. धोनी (829) मार्क बाउचर (998) और एडम गिलक्रिस्ट (905) के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले कीपर हैं.

माही ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उन्होंने 90 टेस्ट में 256 कैच लिए और 38 स्टंपिंग किए. उन्होंने 15 अगस्त, 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की भी घोषणा की. कुल मिलाकर, उन्होंने 350 वनडे मैचों में 321 कैच और 121 स्टंपिंग की. उन्होंने 98 टी20 में 57 कैच लिए और 34 स्टंपिंग की.

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