नई दिल्ली : दिग्गज मुक्केबाज और 2012 ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता एमसी मैरी कॉम ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय दल के शेफ-डी-मिशन के पद से इस्तीफा दे दिया है.
पिछले महीने भारतीय दल के शेफ-डी-मिशन के रूप में नियुक्त मैरी कॉम ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा को पत्र लिखकर भारतीय दल के शेफ-डी-मिशन के पद से मुक्त होने का अनुरोध किया है.
आईओए अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में, मैरी कॉम ने कहा कि वह पेरिस 2024 में शेफ डी मिशन के रूप में सेवा करने के लिए उन पर विश्वास जताने के लिए भारतीय ओलंपिक संघ की आभारी हैं.
उन्होंने लिखा, 'मैं हर संभव तरीके से अपने देश की सेवा करना सम्मान की बात मानती हूं और मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी. हालांकि, मुझे अफसोस है कि मैं इस प्रतिष्ठित जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम नहीं हो पाऊंगी और व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देना चाहूंगी. एक प्रतिबद्धता से पीछे हटना शर्मनाक है, जो मैं शायद ही कभी करती हूं, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है'.
मैरी कॉम ने पत्र में आगे लिखा है, 'मैं बड़ी उम्मीदों के साथ अपने देश और इस ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाले एथलीटों का उत्साह बढ़ाने के लिए वहां मौजूद रहूंगी'.
आईओए प्रमुख ने एमसी मैरी कॉम से एक पत्र प्राप्त होने की बात स्वीकार की और कहा कि उचित परामर्श के बाद प्रतिस्थापन का नाम रखा जाएगा.
आईओए प्रमुख ने कहा, 'हमें दुख है कि ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज और आईओए एथलीट आयोग की अध्यक्ष मैरी कॉम ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया है. हम उनके फैसले और उनकी गोपनीयता का सम्मान करते हैं. मैं उचित परामर्श करूंगी और जल्द ही मैरी कॉम के प्रतिस्थापन के बारे में घोषणा करूंगी'.
उन्होंने कहा, 'मैं उनके अनुरोध को पूरी तरह से समझती हूं और उनके फैसले का सम्मान करती हूं. मैंने उन्हें यह भी बताया है कि उन्हें हमेशा मेरा और आईओए का समर्थन मिलेगा. मैं सभी से महान मुक्केबाज की गोपनीयता का सम्मान करने का भी अनुरोध करती हूं'.
41 वर्षीय मुक्केबाज ने ओलंपिक खेलों (2012 लंदन और 2020) के दो संस्करणों में देश का प्रतिनिधित्व किया है, लंदन में 2012 खेलों में कांस्य पदक जीता लेकिन टोक्यो खेलों में पदक से चूक गयी.
पेरिस ओलंपिक खेल 26 जुलाई से 11 अगस्त तक फ्रांस की राजधानी में होने वाले हैं.