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बीसीसीआई ने ठुकराया महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी का प्रस्ताव, जानिए क्यों ? - Womens T20 World Cup 2024

Womens T20 World Cup 2024 : बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बांग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी करने के आईसीसी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. जानिए क्यों ?

bcci secretary jay shah
बीसीसीआई सचिव जय शाह (IANS Photo)
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By IANS

Published : Aug 15, 2024, 4:39 PM IST

मुंबई : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की तरफ से दिए गए महिला टी 20 विश्व कप की मेजबानी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. आईसीसी को अब मेजबानी पर अंतिम फ़ैसला 20 अगस्त को लेना है. 3 से 20 अक्तूबर के बीच होने वाली इस प्रतियोगिता की मेजबानी से पीछे हटने के बाद श्रीलंका और यूएई दूसरे विकल्प बचे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा, 'उन्होंने (आईसीसी ) हमारे सामने विश्व कप की मेजबानी का प्रस्ताव रखा था. लेकिन मैंने साफ़ तौर पर मना कर दिया, हमारे यहां ये समय बरसात का है और उससे अहम है कि अगले साल हमें ही विमेंस वनडे विश्व कप की मेजबानी करनी है. मैं किसी को भी गलत संदेश नहीं देना चाहता कि हम लगातार दो विश्व कप की मेजबानी करना चाहते हैं'.

बांग्लादेश इस समय सरकार विरोधी आंदोलनों के कारण हिंसा और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है, और यही वजह है कि आईसीसी बांग्लादेश की जगह किसी और को मेजबानी देने पर विचार कर रही है. बांग्लादेश में कई लोगों की मौत हो गई है और उनकी प्रधानमंत्री शेख हसीना को गद्दी से हटा दिया गया है.

आईसीसी के एक अधिकारी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सभी विकल्प खुले रखे गए हैं. आईसीसी के एक बयान में कहा गया था, 'हम बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड(बीसीबी), उनकी सुरक्षा एजेंसियों और हमारे अपने स्वतंत्र सुरक्षा सलाहकारों के साथ समन्वय में वहां हो रही गतिविधियों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. हमारी प्राथमिकता सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा और भलाई है'.

जबकि बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार टूर्नामेंट को बचाने के लिए अंतिम प्रयास कर रही है, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत सहित कई भाग लेने वाली टीमों की सरकार द्वारा जारी की गई यात्रा सलाह बीसीबी के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है.

सुरक्षा चुनौतियों के अलावा, बीसीबी भी संकट में है. उनके अध्यक्ष और पूर्व खेल मंत्री नजमुल हसन 5 अगस्त को अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से प्रभावी रूप से कार्यालय से बाहर हैं. कई बोर्ड निदेशक, जिनके राजनीतिक संबंध हैं, वह भी संपर्क में नहीं हैं.

बांग्लादेश की पुरुष टेस्ट टीम इस समय दो मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान दौरे पर है. बांग्लादेश में आंदोलन के कारण अभ्यास बाधित होने के बाद वे प्रस्तावित पाकिस्तान दौरे से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान पहुंच गए. बांग्लादेश की पुरुष टीम अगले महीने दो टेस्ट और 3 टी20 मैचों के लिए भारत का दौरा करने वाली है.

बांग्लादेश के भारत दौरे को लेकर शाह ने कहा, 'हमने उनसे (बांग्लादेश अधिकारियों से) बात नहीं की है. वहां एक नई सरकार ने कार्यभार संभाला है. वे हमसे संपर्क कर सकते हैं या फिर मैं उनसे संपर्क करूंगा. बांग्लादेश सीरीज हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है'.

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मुंबई : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की तरफ से दिए गए महिला टी 20 विश्व कप की मेजबानी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. आईसीसी को अब मेजबानी पर अंतिम फ़ैसला 20 अगस्त को लेना है. 3 से 20 अक्तूबर के बीच होने वाली इस प्रतियोगिता की मेजबानी से पीछे हटने के बाद श्रीलंका और यूएई दूसरे विकल्प बचे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा, 'उन्होंने (आईसीसी ) हमारे सामने विश्व कप की मेजबानी का प्रस्ताव रखा था. लेकिन मैंने साफ़ तौर पर मना कर दिया, हमारे यहां ये समय बरसात का है और उससे अहम है कि अगले साल हमें ही विमेंस वनडे विश्व कप की मेजबानी करनी है. मैं किसी को भी गलत संदेश नहीं देना चाहता कि हम लगातार दो विश्व कप की मेजबानी करना चाहते हैं'.

बांग्लादेश इस समय सरकार विरोधी आंदोलनों के कारण हिंसा और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है, और यही वजह है कि आईसीसी बांग्लादेश की जगह किसी और को मेजबानी देने पर विचार कर रही है. बांग्लादेश में कई लोगों की मौत हो गई है और उनकी प्रधानमंत्री शेख हसीना को गद्दी से हटा दिया गया है.

आईसीसी के एक अधिकारी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि बांग्लादेश की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सभी विकल्प खुले रखे गए हैं. आईसीसी के एक बयान में कहा गया था, 'हम बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड(बीसीबी), उनकी सुरक्षा एजेंसियों और हमारे अपने स्वतंत्र सुरक्षा सलाहकारों के साथ समन्वय में वहां हो रही गतिविधियों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. हमारी प्राथमिकता सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा और भलाई है'.

जबकि बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार टूर्नामेंट को बचाने के लिए अंतिम प्रयास कर रही है, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत सहित कई भाग लेने वाली टीमों की सरकार द्वारा जारी की गई यात्रा सलाह बीसीबी के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है.

सुरक्षा चुनौतियों के अलावा, बीसीबी भी संकट में है. उनके अध्यक्ष और पूर्व खेल मंत्री नजमुल हसन 5 अगस्त को अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से प्रभावी रूप से कार्यालय से बाहर हैं. कई बोर्ड निदेशक, जिनके राजनीतिक संबंध हैं, वह भी संपर्क में नहीं हैं.

बांग्लादेश की पुरुष टेस्ट टीम इस समय दो मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान दौरे पर है. बांग्लादेश में आंदोलन के कारण अभ्यास बाधित होने के बाद वे प्रस्तावित पाकिस्तान दौरे से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान पहुंच गए. बांग्लादेश की पुरुष टीम अगले महीने दो टेस्ट और 3 टी20 मैचों के लिए भारत का दौरा करने वाली है.

बांग्लादेश के भारत दौरे को लेकर शाह ने कहा, 'हमने उनसे (बांग्लादेश अधिकारियों से) बात नहीं की है. वहां एक नई सरकार ने कार्यभार संभाला है. वे हमसे संपर्क कर सकते हैं या फिर मैं उनसे संपर्क करूंगा. बांग्लादेश सीरीज हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है'.

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