जमुईः 26 जुलाई से पेरिस में आयोजित हो रहे खेलों के महाकुंभ ओलिंपिक-2024 में इस बार बिहार की बेटी का भी जलवा दिखनेवाला है. जी हां, जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह का चयन पेरिस ओलिंपिक में हो गया है और उन्हें 21 सदस्यीय भारतीय निशानेबाजी टीम में शामिल किया गया है.
'पिता का सपना हुआ साकार': ओलिंपिक में चयन की खुशी श्रेयसी के चेहरे पर साफ झलक रही थी. श्रेयसी ने बताया कि " आज ही सुबह 11 बजे इंटरनेशल स्पोर्ट्स शूटिंग फेडरेशन के अप्रूवल का मेल आया. सबसे पहले तो मन बहुत भावुक हो गया. आंखों में आंसू भी आ गये. पिता स्व. दिग्विजय सिंह की बहुत याद आई क्योंकि निश्चित रूप से उनका ये सपना था कि बिहार से भारत के लिए खेल कर दिखाऊं.उनके नहीं रहने पर मुझे ओलिंपिक में जाने का सौभाग्य मिला है"
'सब लोगों ने आशीर्वाद दिया': श्रेयसी सिंह ने कहा कि "मेरी मां मेरे साथ थी तो निश्चित रूप से एक परिवार का सपोर्ट, जो प्यार होना चाहिए वो हमें मिला है.लेकिन जो पूर्व में नहीं मिल पाया था वो इस बार मिला है और वो ये कि जमुई के तमाम कार्यकर्ता भी मेरे साथ थे और सबलोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया."
"सबलोगों के मन में इस बात की खुशी है कि जमुई कि बेटी बिहार और भारत के लिए ओलिंपिक में प्रदर्शन करने के लिए जा रही है. मुझे लगता है कि इस बार जब मैं ओलिंपिक गेम्स जाऊंगी तो पहले की प्रतियोगिताओं की तरह अकेले नहीं बल्कि पूरा बिहार और जमुई मेरे साथ इस सफर में चलेगा." श्रेयसी सिंह, जमुई विधायक और पेरिस ओलिंपिक के लिए चयनित शूटर
'हर खिलाड़ी का सपना होता है ओलिंपिक': ओलिंपिक के लिए चयन होने को श्रेयसी एक बड़ी उपलब्धि मानती हैं.श्रेयसी सिंह ने कहा कि "कोई भी खिलाड़ी जब अपने करियर की शुरुआत करता है तो उसका एक सपना होता है कि वो ओलिंपिक में खेले. हर खिलाड़ी की तरह मेरा भी एक सपना था कि मैं ओलिंपिक खेलूं."
'30 और 31 जुलाई को मेरी प्रतियोगिताः' श्रेयसी सिंह ने बताया कि "26 जुलाई से पेरिस ओलिंपिक शुरू हो रहा है. इस दौरान मेरी प्रतियोगिता 30 और 31 जुलाई को होगी. निश्चित रूप से हम खिलाड़ी के रूप में जब भी सपना देखते हैं तो गोल्ड मेडल का ही सपना देखते हैं. मैं आज वादा करती हूं कि अगले एक महीने तक मैं कड़ी से कड़ी मेहनत और कड़ी ट्रेनिंग लेकर पूरी तैयारी के साथ पेरिस पहुंचूंगी."
"मैं सभी बिहारवासियों से ये उम्मीद करती हूं कि जब ओलिंपिक गेम्स पहुंचूं, जिस दिन मेरी प्रतियोगिता हो उस दिन बिहार से ढेर सारा आशीर्वाद और दुआएं मेरे साथ जरूर रहे."श्रेयसी सिंह, जमुई विधायक और पेरिस ओलिंपिक के लिए चयनित शूटर
'ओलिंपिक गेम्स में पहली बार जा रहा है कोई जनप्रतिनिधिः' श्रेयसी सिंह ने कहा कि "भारत के इतिहास में ये पहली बार है कि कोई नेता या जनप्रतिनिधि ओलिंपिक गेम्स में शिरकत करने जा रहा है. इससे पहले कुछ ब्यूरोक्रेट्स जरूर ये उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. लेकिन जनप्रतिनिधि के रूप में मुझे ही पहली बार ये सौभाग्य मिला है."
ISSF से मंजूरी के बाद हुआ चयनः बता दें कि इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (ISSF) से मंजूरी मिलने के बाद भारतीय राइफल संघ ने श्रेयसी सिंह को भारत के 21 सदस्यीय शूटिंग टीम में शामिल करने की घोषणा की.भारतीय राइफल संघ ने कोटा बदलने का आग्रह किया था. मनु भाकर एयर पिस्टल और स्पोर्ट्स पिस्टल दोनों में शीर्ष पर रही थीं, इसलिए उनका एक कोटा महिला ट्रैप निशानेबाजी में बदल दिया गया जिससे श्रेयसी को टीम में जगह मिल गई.
2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता था गोल्डः बिहार के जमुई विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रेयसी सिंह 32 वर्षीय निशानेबाज राजेश्वरी कुमारी के साथ महिला ट्रैप स्पर्धा में भाग लेंगी. श्रेयसी सिंह ने ग्लासगो में हुए 2014 राष्ट्रमण्डल खेलों में निशानेबाजी की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था. वहीं 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता था.
2020 में चुनी गयीं विधायकः श्रेयसी सिंह बिहार के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह की बेटी हैं. उनकी मां पुतुल सिंह भी बांका से सांसद रही हैं. विरासत में मिली सियासत को आगे बढ़ाते हुए श्रेयसी सिंह ने 2020 में बीजेपी के टिकट पर जमुई विधानसभा सीट से जीत दर्ज की और खेलों के साथ-साथ खुद को सियासत में भी स्थापित किया. फिलहाल जमुई की बेटी की इस बड़ी उपलब्धि पर पूरे जमुई में खुशी का माहौल है.