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IPL में भारत के कैप्ड खिलाड़ी अनकैप्ड बनकर मचाएंगे धमाल, धोनी समेत इन क्रिकेटर्स को नए नियम से मिलेगा फायदा - IPL 2025

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By ETV Bharat Sports Team

Published : 2 hours ago

IPL 2025 Retentions : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) द्वारा निर्धारित नए रिटेंशन नियम ने उन क्रिकेटरों के लिए खेलने का रास्ता साफ कर दिया है, जो एक बार कैप्ड हो चुके हैं. नए नियमों के अनुसार, जो खिलाड़ी पांच कैलेंडर वर्षों तक किसी भी प्रारूप में राष्ट्रीय टीम के लिए शुरुआती एकादश में नहीं खेला है, उसे अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में लेबल किया जाएगा. पढ़िए पूरी खबर...

IPL 2025 Retentions
एमएस धोनी (IANS Photos)

नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सीजन से पहले गवर्निंग काउंसिल ने शनिवार को आईपीएल प्लेयर रेगुलेशन 2025-27 की घोषणा की है. फ्रैंचाइजी के साथ रचनात्मक बातचीत के बाद गवर्निंग काउंसिल ने नए नियम और कानून बनाए. कैप्ड खिलाड़ियों को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेलने की अनुमति देने वाले नियमों में से एक ने आईपीएल 2025 मेगा नीलामी के लिए चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) द्वारा एमएस धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बनाए रखने के बारे में चर्चा शुरू कर दी है.

नियम में कहा गया है, 'एक कैप्ड भारतीय खिलाड़ी अनकैप्ड हो जाएगा यदि खिलाड़ी ने संबंधित सीजन के आयोजन से पहले पिछले पांच कैलेंडर वर्षों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (टेस्ट मैच, वनडे, ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय) में शुरुआती एकादश में नहीं खेला हो या उसके पास बीसीसीआई के साथ केंद्रीय अनुबंध न हो. यह केवल भारतीय खिलाड़ियों पर लागू होगा'. एमएस धोनी सहित उन खिलाड़ियों की सूची नीचे दी गई है जो अंतरराष्ट्रीय अनुभव होने के बावजूद नए नियम के तहत अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेल सकते हैं.

एमएस धोनी - दिग्गज भारतीय कप्तान 2008 में टूर्नामेंट की शुरुआत से ही चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का चेहरा रहे हैं. उन्होंने अब तक प्रतियोगिता में फ्रैंचाइज़ी को पांच खिताब दिलाए हैं. धोनी आखिरी बार न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय जर्सी में दिखाई दिए थे. नए नियमों के तहत, 'कैप्टन कूल' को सीएसके द्वारा अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बरकरार रखा जा सकता है.

मोहित शर्मा - भारतीय पेसर पिछले संस्करण में डेथ ओवरों में शानदार रहे हैं. वो गुजरात टाइटन्स के लिए खेल रहे हैं. खासकर, उनकी धीमी गेंदें बहुत प्रभावी थीं और इसलिए बल्लेबाजों को बड़े हिट खेलने में संघर्ष करना पड़ा. हरियाणा के इस पेसर ने आखिरी बार 2015 में भारत के लिए खेला था, लेकिन उसके बाद उन्होंने भारतीय जर्सी नहीं पहनी है.

संदीप शर्मा - दाएं हाथ के इस पेसर ने लीग में पिछले कुछ सालों में अपने खेल को विकसित किया है. संदीप अपनी स्विंग की बदौलत नई गेंद के साथ खेलने के लिए जाने जाते थे. बाद के सालों में, उन्होंने राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए डेथ ओवरों में रन रोकने का अपना कौशल विकसित किया.

पीयूष चावला - भारतीय लेग स्पिनर पिछले कुछ सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) के लिए खेल चुके हैं. उन्होंने आखिरी बार 2012 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था और अब वे अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेलने के पात्र हैं.

विजय शंकर - तमिलनाडु के इस क्रिकेटर में हरफनमौला कौशल है और इसलिए उनकी मौजूदा फ्रैंचाइज़ी उन्हें अनकैप्ड खिलाड़ी की श्रेणी में बनाए रखना चाहेगी. 33 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 2019 में भारतीय टीम के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था और तब से किसी भी अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं लिया है.

ये खबर भी पढ़ें : PCB को लगा बड़ा झटका, पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सीजन से पहले गवर्निंग काउंसिल ने शनिवार को आईपीएल प्लेयर रेगुलेशन 2025-27 की घोषणा की है. फ्रैंचाइजी के साथ रचनात्मक बातचीत के बाद गवर्निंग काउंसिल ने नए नियम और कानून बनाए. कैप्ड खिलाड़ियों को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेलने की अनुमति देने वाले नियमों में से एक ने आईपीएल 2025 मेगा नीलामी के लिए चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) द्वारा एमएस धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बनाए रखने के बारे में चर्चा शुरू कर दी है.

नियम में कहा गया है, 'एक कैप्ड भारतीय खिलाड़ी अनकैप्ड हो जाएगा यदि खिलाड़ी ने संबंधित सीजन के आयोजन से पहले पिछले पांच कैलेंडर वर्षों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (टेस्ट मैच, वनडे, ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय) में शुरुआती एकादश में नहीं खेला हो या उसके पास बीसीसीआई के साथ केंद्रीय अनुबंध न हो. यह केवल भारतीय खिलाड़ियों पर लागू होगा'. एमएस धोनी सहित उन खिलाड़ियों की सूची नीचे दी गई है जो अंतरराष्ट्रीय अनुभव होने के बावजूद नए नियम के तहत अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेल सकते हैं.

एमएस धोनी - दिग्गज भारतीय कप्तान 2008 में टूर्नामेंट की शुरुआत से ही चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का चेहरा रहे हैं. उन्होंने अब तक प्रतियोगिता में फ्रैंचाइज़ी को पांच खिताब दिलाए हैं. धोनी आखिरी बार न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय जर्सी में दिखाई दिए थे. नए नियमों के तहत, 'कैप्टन कूल' को सीएसके द्वारा अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बरकरार रखा जा सकता है.

मोहित शर्मा - भारतीय पेसर पिछले संस्करण में डेथ ओवरों में शानदार रहे हैं. वो गुजरात टाइटन्स के लिए खेल रहे हैं. खासकर, उनकी धीमी गेंदें बहुत प्रभावी थीं और इसलिए बल्लेबाजों को बड़े हिट खेलने में संघर्ष करना पड़ा. हरियाणा के इस पेसर ने आखिरी बार 2015 में भारत के लिए खेला था, लेकिन उसके बाद उन्होंने भारतीय जर्सी नहीं पहनी है.

संदीप शर्मा - दाएं हाथ के इस पेसर ने लीग में पिछले कुछ सालों में अपने खेल को विकसित किया है. संदीप अपनी स्विंग की बदौलत नई गेंद के साथ खेलने के लिए जाने जाते थे. बाद के सालों में, उन्होंने राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए डेथ ओवरों में रन रोकने का अपना कौशल विकसित किया.

पीयूष चावला - भारतीय लेग स्पिनर पिछले कुछ सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) के लिए खेल चुके हैं. उन्होंने आखिरी बार 2012 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था और अब वे अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेलने के पात्र हैं.

विजय शंकर - तमिलनाडु के इस क्रिकेटर में हरफनमौला कौशल है और इसलिए उनकी मौजूदा फ्रैंचाइज़ी उन्हें अनकैप्ड खिलाड़ी की श्रेणी में बनाए रखना चाहेगी. 33 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 2019 में भारतीय टीम के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था और तब से किसी भी अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं लिया है.

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