जकार्ता: भारत की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी.वी. सिंधु बुधवार को इंडोनेशिया ओपन बीडब्ल्यूएफ सुपर 1000 सीरीज के पहले दौर में चीनी ताइपे की विश्व की 10वें नंबर की खिलाड़ी वेन ची सू से हार गईं. महिला युगल में भारत के लिए मिलाजुला दिन रहा, जहां तनीषा क्रैस्टो और अश्विनी पोनप्पा ने कनाडा की जैकी डेंट और क्रिस्टल लाई को 21-15, 21-15 से हराया, जबकि रुतपर्णा पांडा और उनकी बहन स्वेतापर्णा को दक्षिण कोरियाई जोड़ी किम सो यियोंग और कोंग ही योंग ने 36 मिनट में 12-21, 9-21 से हराया.
इंडोनेशिया ओपन में अपने अभियान की शुरुआत करते हुए सिंधु पर सबकी निगाहें टिकी थीं, लेकिन चीजें वैसी नहीं हुईं जैसी उन्होंने उम्मीद की होगी. वर्तमान में विश्व में 20वें स्थान पर काबिज सिंधु ने पहला गेम हारने के बाद वापसी की, लेकिन निर्णायक गेम में लय बरकरार नहीं रख सकीं और इंडोनेशिया की राजधानी में इस्टोरा सेनयान स्पोर्ट्स पैलेस के कोर्ट 2 पर 70 मिनट तक चले मुकाबले में वेन ची सू से 15-21, 21-15, 14-21 से हार गईं.
सिंधु ने 2016 में रियो ओलंपिक खेलों में रजत पदक और टोक्यो में अगले संस्करण में कांस्य पदक जीता था, सिंधू को अपनी लय हासिल करने में समय लगा, क्योंकि उनकी चीनी ताइपे प्रतिद्वंद्वी ने शुरुआती बढ़त (10-2) हासिल की और इसे बनाए रखा. सिंधु अंतर को 8-17 और फिर 15-18 तक कम करने में सफल रहीं, जिसके बाद वेन ने अगले तीन अंक लेकर पहला गेम 21-15 से जीत लिया.
वेन ने दूसरे गेम में भी शुरुआती बढ़त हासिल की, लेकिन सिंधु ने लगातार उनका पीछा किया और स्कोर 4-4, 7-7, 13-13 से बराबर था, इससे पहले सिंधु ने 17-13 की बढ़त हासिल की. 28 वर्षीय भारतीय स्टार ने बढ़त बनाए रखी और गेम को 21-15 से जीतकर निर्णायक गेम के लिए मजबूर कर दिया. सिंधु ने निर्णायक गेम में शुरुआती बढ़त हासिल की और 6-3 की बढ़त हासिल की.
वेन ची सू ने दो मौकों पर बढ़त को एक अंक तक कम किया, फिर स्कोर 12-12 से बराबर किया और 16-12 की बढ़त हासिल की और लगातार पांच अंक जीते. हालांकि सिंधु ने दो अंक जीते, लेकिन चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने लगातार चार अंक हासिल किए और 20-13 पर कई मैच प्वाइंट हासिल किए. हालांकि सिंधु ने एक मैच प्वाइंट बचाया, लेकिन वह अंततः 14-21 से गेम हार गईं और 70 मिनट में मैच हार गईं.
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