नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में भारतीय किरण पहल ने 400 मीटर रेस में हिस्सा लिया था. स्वदेश लौटने पर किरण का कहना है कि वह 2028 में होने वाले अगले ओलंपिक में देश के लिए मेडल जरूर जीतेंगी. भारत को पेरिस ओलंपिक में एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा ने एकमात्र सिल्वर मेडल दिलाया था.
सोनीपत की किरण पहल पहली बार पेरिस ओलंपिक में एथलेटिक्स में भाग लेने के लिए पहुंची थीं. किरण पहल ने ओलंपिक जाने के लिए उनकी कड़ी मेहनत और प्रयास ने सबका दिल जीता है. किरण पहल के वापस आने के बाद उनके परिजनों और गांव के लोगों ने ढोल नगाड़ों और फूल-मालाओं से उनका जोरदार स्वागत किया.
इस मौके पर किरण पहल के भाई रविंद्र ने बताया कि, 'वह अपनी बहन के प्रदर्शन से खुश हैं. किरण पहली बार ओलंपिक में खेलने के लिए गई थीं. जिस तरह का प्रदर्शन उन्होंने किया, वह मेडल से कम नहीं है. किरण पहल का कहना है कि इस बार की गलतियों से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है और आगे बहुत सुधार करेंगी.
वह फिलहाल दो महीने के लिए वह रेस्ट पर रहेंगी, और दो महीने के बाद नए टूर्नामेंट की तैयारी करेंगी. उन्होंने कहा, 'मैं आगामी ओलंपिक में देश के लिए मेडल जरूर जीतूंगी. विनेश फोगाट मामले पर बोलते हुए किरण ने कहा कि, अभी फैसला आना बाकी है, लेकिन उन्हें सिल्वर मेडल मिलना चाहिए.
किरण ने जून में अंतर-राज्य एथलेटिक्स के दौरान महिलाओं की 400 मीटर रेस में पेरिस ओलंपिक के लिए अपना टिकट पक्का किया था. उन्होंने इस प्रतियोगिता में 50.92 सेकंड का समय लेकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफिकेशन हासिल किया था. किरण अब तक की दूसरी सबसे तेज भारतीय महिला 400 मीटर रेस की धावक हैं. गौरतलब है कि, हिमा दास के पास 2018 में 50.79 सेकंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है.
किरण आठ साल के अंतराल के बाद ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला 400 मीटर धावक हैं, इससे पहले निर्मल श्योरण (हरियाणा) ने 2016 ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया था. किरण ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 400 मीटर रेपेचेज राउंड हीट 1 में छठे स्थान पर रहते हुए अपना अभियान समाप्त किया था.