नई दिल्ली: खेल का जीवन में बहुत बड़ा महत्व होता है. खेल के जरिए आप न सिर्फ अपना और देश का नाम रौशन कर सकते हैं, बल्कि खेल आपके निजी जीवन के लिए भी फायदेमंद होता है. खेल सिर्फ देश के खिलाड़ियों को नहीं बल्कि देश के हर व्यक्ति को खेलना चाहिए. क्योंकि इसके जरिए ही आप अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं. आज हम आपको खेलों के फायदे बताने वाले हैं.
खेल आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. खेलों के जरिए आप शरीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रह सकते हैं. इसके साथ ही खेल आपके सामाजिक विकाश में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसके साथ ही खेल आपको भावनात्मक तौर पर मजबूत बनाते हैं और आपके अंदर छिपी हुई प्रतिभा को भी मंच प्रदान करते हैं.
खेलों का शारीरिक लाभ
खेल खिलाड़ियों के शारीरिक विकाश में अहम भूमिका निभाते हैं. खिलाड़ी बचपन से ही अलग-अलग खेलों में भाग लेते हैं, जिसके चलते वो रोजाना व्यायाम करते हैं और शारीरिक रूप से फिट रहते हैं. उनकी नियमित दिनचर्या बेहतर हो जाती है. जो हृदय को स्वास्थ्य बनाने में, मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत रखने में अहम भूमिका निभाती है. इससे खिलाड़ियों की सही उम्र में ग्रोथ भी होती है. शारीरिक फिटनेस न सिर्फ खिलाड़ी के लिए जरूरी है, आम लोगों को भी खेलों में हिस्सा लेने से शारीरिक लाभ मिलता है.
खेलों का मानसिक लाभ
खेल खिलाड़ियों की शारीरिक गतिविधि का खास स्त्रोत है और शारीरिक गतिविधि का साधी प्रभाव मानिसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. खिलाडी खेलों के दौरान एकाग्र होकर सिर्फ अपने गेम पर ध्यान देते हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिरता बढ़ती है. इसके साथ ही खेलों में हिस्सा लेने के दौरान उनको शारीरिक थकान होती है, जिसके चलते उन्हें अच्छी नींद आती और वो चिंता और किसी भी प्रकार के तनाव से दूर हो जाते हैं. तो वहीं स्वस्थ मस्तिष्क के साथ मदद मिलती है, जहां खिलाड़ी स्मृति को इकठ्ठा कर एकाग्रता के साथ समस्या का समाधान पाने को कोशिश में सफल होता है.
खेलों का सामाजिक लाभ
खेलों के जरिए खिलाड़ियों का सामजिक लाभ भी होता है. बचपन से ही खिलाड़ी खेल खेलने के लिए अलग-अलग जगहों, शहरों और राज्यों में जाते हैं और वहां पर नए-नए खिलाड़ियों के साथ मिलते हैं. इससे उनको दूसरे लोगों और खिलाड़ियों के साथ मधुर रिश्ते बनाने में मदद होती है. उनमें खेल भावना के साथ-साथ आपसी रिश्ते मजबूत करने की समझ भी विकसित होती है. इसके साथ ही उनका कम्यूनिकेशन भी बेहतर होता है.
खेल के जरिए खिलाड़ियों में अनुशासन आता है. वो समय पर सभी कार्य करते हैं और अपने टाइम का मेनेजमेंट बेहतर तरीके से करते हैं. इसके साथ ही खेल उन्हें सही उम्र में जिम्मेदारी का एहसास करता हैं, जो वो खेल में टीम का नेत्रत्व करते हुए हासिल करते हैं. इससे उन्हें सामाजिक लाभ भी होता है.
खेलों में भागेदारी लेने से खिलाड़ियों में आत्मविश्वास आता है. वो समझ पाते हैं कि मेहनत करने से वो अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. इसके साथ ही खेलों के जरिए विरोधी खिलाड़ियों के साथ-साथ अपनी जीत और हार के साथ उन्हें सफलता और असफलता का ज्ञान मिलता है. खिलाड़ी अपने आत्म सम्मान को बनाए रखने के लिए वो अपने लक्ष्य का निर्धारण बार-बार करते हैं, जो उन्हें सामाजिक लाभ प्रदान करता हैं.
खेल बनता है खुशियां की वजह
खेलों के जरिए खिलाड़ी खूब मौज-मस्ती कर सकते हैं. गेम के दौरान खिलाड़ी को आनंद लेने का मौका मिलता है. इसके साथ ही शैक्षणिक दबाव से भी छुट्टी मिल जाती है. ये सभी बातें मिलकर खिलाड़ी के जीवन में खुशियां बिखेरती हैं. खिलाड़ियों के अलावा आम व्यक्ति भी अगर खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं तो, वो भी अपने निजी जीवन में खुश रह सकते हैं. इसके साथ ही निष्पक्ष खेल और खेल भावना का लाभ भी खिलाड़ियों को मिलता है.
मानव जीवन के लिए खेल जरूरी
आज पूरे विश्व में तरह-तरह के कई खेल खेले जाते हैं. साइकिलिंग भी खेलों का हिस्सा है. साइकिलिंग के जरिए किसी भी उम्र का व्यक्ति फिट रह सकता है. इसके साथ ही ब्रेक डांस जैसे खेलों का भी जन्म हो चुका है, जो हर आम व्यक्ति को भी खेलों का महत्व समझाते हुए फिट बनाने में संयोगी होते हैं. ऐसे में कहा जा सकता है खेल मानव जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे उसका विकास पूर्ण रूप से होता है.