रोहतास: भारतीय क्रिकेट टीम के आकाश दीप ने गाबा टेस्ट में बुमराह के साथ शानदार बैटिंग करते हुए फॉलोऑन बचाया तो पूरे भारत के साथ बिहार के रोहतास में जमकर जश्न मनाया गया. टीम इंडिया में अपने जाबांज हौसले से जगह बनाने वाले रोहतास के आकाशदीप आस्ट्रेलिया में शानदार खेल का प्रदर्शन से खूब वाहवाही लूट रहे हैं.
आकाशदीप के प्रदर्शन से गांव में खुशी: महज 16 साल की उम्र में पिता का साथ तो छूटा पर उन्होंने हार नहीं मानी. आज गेंद और बल्ले से गाबा में जिस तरह से धमाल मचाया तो एक बार फिर आकाशदीप की चर्चा जोरों पर है. आकाशदीप ने ब्रिस्बेन में जिस तरह से 31 रन बनाकर टीम इंडिया के लिए फॉलोऑन बचाने में सफल रहे. उनके इस सफलता से गांव के लोग खुश हैं.
संघर्षों से भरी है आकाशदीप की कहानी : रोहतास में जन्मे आकाशदीप को छोटी उम्र से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. उनके पिता ने भी उनके इस सफर में ज्यादा योगदान नहीं दिया, क्योंकि दिल का दौरा पड़ने के कारण पिता कि मुत्यु हो गई. उसके दो महीने बाद उनके भाई का भी निधन हो गया. इस वजह से आकाश को तीन साल तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा. इसी दौरान उन्हें एहसास हो गया कि क्रिकेट ही उनकी जिंदगी है.
क्रिकेट के लिए छोड़ा घर: बता दें कि 2010 में उन्होंने घर छोड़ने का फैसला किया और बंगाल शिफ्ट हो गए. जहां उनके चाचा ने उनको सपोर्ट किया और क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित किया. ऐसे में आकाशदीप की प्रतिभा और मेहनत आखिरकार रंग लाई. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में एक अलग मुकाम हासिल किया है.
बिहार छोड़कर बंगाल का किया रुख: आकाशदीप की मां बताती है कि बिहार में क्रिकेट का स्कोप विशेष रूप से नहीं होने के कारण उन्होंने बंगाल का रुख किया. पश्चिम बंगाल में जाकर अपना क्रिकेट का करियर शुरू किया. तेज गेंदबाज होने के नाते उनका प्रदर्शन लाजवाब रहता है.
"आकाशदीप ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है. आज आसपास के लोग भी उनके परिवार से मिलने आते हैं. उन्हें खुशी होती है कि उनका बेटा परिवार का नाम रोशन कर रहा है." -रवि सिंह, आकाशदीप के बड़े भाई
मां को बॉक्सिंग टेस्ट में खेलने की उम्मीद : आकाशदीप की मां ने कहा कि ऊपर वाला चाहेंगे तो आकाशदीप को बॉक्सिंग टेस्ट क्रिकेट में जरूर मौका मिलेगा, क्योंकि उन्हें क्रिकेट को लेकर जुनून है और वह देश का नाम ऊंचा करना चाहते हैं.
वीडियो कॉल लेता है आशीर्वाद: अपने लाडले के प्रदर्शन से मां लड्डूमा देवी काफी प्रसन्न हैं. वह कहती हैं कि मैदान में उतरने से पहले आकाशदीप वीडियो कॉल कर जरूर उनसे आशीर्वाद लेता है. आज सुबह भी उसने वीडियो कॉल करके अपनी माता से बातचीत की. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया दौरा में आकाशदीप लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.
'शादी की जल्दी नहीं': आकाशदीप की मां कहती है कि अभी आकाशदीप को शादी की जल्दी नहीं है, लेकिन उन्हें बहू देखने की तमन्ना भी है. ऐसे में फिलहाल आकाशदीप का सिर्फ और सिर्फ करियर पर ही फोकस है पर बेटे के लिए आशीर्वाद है कि वह शादी भी करे पर उनका किसी भी तरह का दबाव नहीं है.
गृह प्रवेश पर गांव आ सकते हैं आकाशदीप: आकाशदीप के परिवार वाले बताते हैं कि आकाशदीप अपने पैतृक गांव शिवसागर प्रखंड के बडडी में घर के गृह प्रवेश पर घर आ सकते हैं. उनके गांव में ही आधुनिक साजो सज्जा के साथ मकान बन कर तैयार हो रहा है. जहां मुंबई के कारीगर दिन रात लगे हुए हैं.
गाबा में आकाशदीप का महारिकार्ड: बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 77 सालों के टेस्ट इतिहास में पहली बार टीम इंडिया के लिए 10वें और 11वें नंबर के किसी बल्लेबाज ने सिक्स लगाने का कारनामा किया. इससे पहले कंगारु टीम के खिलाफ 10वें और 11वें नंबर के बल्लेबाज ने कभी ऐसा नहीं किया था.
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